

– पूर्व सरपंच व उसके परिजनों ने दिया घटना को अंजाम
मुरैना, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में सिहोनियां थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में तीन दिन पूर्व एक युवक पर गांव के पूर्व सरपंच व उसके परिजनों ने जानलेवा हमला कर दिया। युवक को गंभीर हालात में ग्वालियर में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार-गुरूवार की दरिम्यानी रात युवक की मौत हो गई। युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने आज गुरूवार काे मुरैना-अंबाह के बीच नेशनल हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलने पर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से बात की। इस दौरान परिजनों द्वारा अपनी कुछ मांगें रखीं। अधिकारियों ने जल्द ही इन मांगों को मानन का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम खुल सका।
बताया जाता है कि सिहोनियां थाना क्षेत्र के ग्राम मोहनपुर निवासी जय सिंह तोमर उम्र 25 साल 10 नवंबर की शाम अपने भाई के साथ मोटर साइकिल पर कहीं जा रहा था। तभी गोपी गांव के बंबा के पास पूर्व सरपंच रामकरन सिंह तोमर अपने परिजनों के साथ मिल गया। पूर्व सरपंच ने जय सिंह तोमर को घेर लिया और उस पर लाठियों से हमला कर दिया। हमले में जय सिंह गंभीर रूप से घायल हो। घटना के बाद आरोपीगण भाग गए। इसके बाद परिजन जय सिंह को पहले जिला अस्पताल और बाद में ग्वालियर में ले गए। ग्वालियर में बीती रात जय सिंह तोमर की उपचार के दौरान मौत हो गई। आज गुरुवार को परिजन जय सिंह के शव को लेकर परिजन हाईवे स्थित बड़ागांव के पास ले गए और वहां जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना पर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाईश दी। मृतक युवक के परिजन सिहोनियां थाना प्रभारी को बर्खास्त करने, हत्यारोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, पूर्व सरपंच द्वारा कब्जाई गई जमीन को मुक्त कराने, मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने, आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस बर्खास्त कर उनके घर तोडऩे की मांग की गई।
पुलिस को बताया था पूर्व सरपंच से खतरा: हमले से पूर्व जय सिंह तोमर ने पूर्व सरपंच द्वारा जान से मारने की धमकी देने की बात सिहोनियां थाना पुलिस को बताई थी। इतना ही नहीं जय सिंह ने खुद की एवं पूर्व सरपंच रामकरन सिंह तोमर की ओडियाे रिकॉर्डिंग भी सुनाई थी। जिसमें रामकरन भद्दी भद्दी गालियां देते हुए जय सिंह की हत्या करने की बात कह रहा था। खासबात यह है कि जय सिंह द्वारा की गई शिकायत पर अगर पुलिस सक्रिय हो जाती तो आज शायद जय सिंह जिंदा होता।
सरकारी जमीन पर कब्जा करने की हुई थी शिकायत: मृतक युवक जय सिंह तोमर ने पूर्व सरपंच रामकरन सिंह तोमर द्वारा ग्राम पंचायत की दस-बारह बीघा गौचर की भूमि पर अतिक्रमण करने की शिकायत की थी। जिस वजह से पूर्व में भी जय सिंह की मारपीट पूर्व सरपंच द्वारा की जा चुकी है। जिसका मामला न्यायालय में विचाराधी है। बताया जाता है कि पूर्व सरपंच द्वारा पुराने मामले में राजीनामा एवं शिकायत को वापिस लेने का दबाव डाला जा रहा था और जब जय सिंह ने राजीनामा नहीं किया तो उसकी हत्या कर दी गई।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा