
बलरामपुर, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली के पावन अवसर पर नगर में आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। अहले सुबह से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में कन्हर नदी के तट पर स्नान के लिए उमड़ पड़े। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और भगवान विष्णु की आराधना करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
नगर के प्रसिद्ध राम मंदिर के पुजारी यशपाल दुबे ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। अहले सुबह लगभग चार बजे से ही शहरवासी स्नान कर राम मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने 11 और 108 बार मंदिर की परिक्रमा की। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान सतनारायण की कथा सुनी और हवन-पूजन कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
पूरे नगर का वातावरण भक्ति और प्रकाश से आलोकित रहा। मंदिरों, घाटों और घरों में दीप जलाकर श्रद्धालुओं ने देव दीपावली का पर्व मनाया। माना जाता है कि इसी दिन देवता स्वयं गंगा स्नान करने पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। शाम को दीपमालाओं से सजा कन्हर नदी का तट मानो धरती पर स्वर्ग का दृश्य प्रस्तुत कर रहा था।
धर्माचार्यों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा न केवल स्नान और दान का पर्व है बल्कि यह आत्मशुद्धि और सत्कर्म का प्रतीक भी है। श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और दीपदान कर पुण्य अर्जित किया।
—————
(Udaipur Kiran) / विष्णु पांडेय