
मीरजापुर, 04 नवम्बर (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार के निर्देश पर शैक्षणिक सत्र 2025–26 में प्रवेश लेने वाले सभी विद्यार्थियों का विवरण समर्थ पोर्टल पर अपलोड किया जाना अनिवार्य किया गया है। परंतु मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों द्वारा डाटा अपलोड की धीमी गति ने प्रवेश प्रक्रिया की रफ्तार थाम दी है। इससे हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि पोर्टल पर अपलोड की सुस्ती के कारण बार–बार प्रवेश तिथि का विस्तार करना पड़ा है। अब तक 12 बार समय सीमा बढ़ाई जा चुकी है, फिर भी कई महाविद्यालयों ने प्रक्रिया पूरी नहीं की है। छात्रहित को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब अंतिम बार 10 नवम्बर तक की समय सीमा बढ़ाई है और स्पष्ट चेतावनी दी है कि निर्धारित तिथि तक सभी विद्यार्थियों का डेटा अपलोड नहीं किया गया तो सम्बंधित विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित रहना पड़ सकता है। विश्वविद्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया की धीमी प्रगति को छात्रहितों के प्रतिकूल और प्रशासनिक दृष्टि से अत्यंत गंभीर मामला बताया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि 10 नवम्बर के बाद किसी भी स्थिति में नया प्रवेश मान्य नहीं होगा।
कुलपति प्रो. शोभा गौड़ ने कहा कि कुछ महाविद्यालयों की यह लापरवाही विद्यार्थियों के भविष्य और सत्र नियमन दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। उन्होंने सभी कॉलेजों को निर्देश दिया कि वे छात्रहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शीघ्रता और पूर्ण जिम्मेदारी के साथ शेष विद्यार्थियों का डेटा अपलोड सुनिश्चित करें।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा