Uttar Pradesh

बीझलपुर घाट यमुना नदी पर पंटून पुल निर्माण की उठी मांग

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फोटो - यमुना नदी

ग्रामीणों ने कहा—पुल न बनने से 40 से 45 किमी का लगाना पड़ता है चक्कर

औरैया, 25 नवम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में बीझलपुर घाट पर यमुना नदी पर हर वर्ष बनाए जाने वाले अस्थायी पंटून पुल के निर्माण में इस बार देरी होने से ग्रामीणों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। यमुना नदी पर बने इस अस्थायी पुल के सहारे ही औरैया तथा जालौन जिले के बीच का संपर्क सुगम हो पाता है, लेकिन अब तक पुल निर्माण शुरू न होने के कारण स्थानीय लोग प्रशासन से जल्दी कार्य शुरू कराने की मांग कर रहे हैं।

अयाना गांव के ग्राम प्रधान छोटे लाल गुप्ता ने बताया कि बीझलपुर घाट, ग्रामीण क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए जालौन पहुंचने का सबसे छोटा मार्ग है। यदि पुल न बने तो लोगों को 40 किलोमीटर लंबा चक्कर लगाकर जालौन जाना पड़ता है, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की रोजमर्रा की जरूरतें, रिश्तेदारियां और बाजार का आना-जाना इसी पुल पर निर्भर रहता है।

बीझलपुर ग्राम प्रधान श्याम सिंह निषाद ने भी यही चिंता जताई। उनका कहना है कि जालौन जिले में अधिकांश लोगों के रिश्तेदार बसे हैं, लेकिन पुल के अभाव में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार आपात स्थिति में भी लंबा रास्ता तय करना पड़ता है, जो बेहद मुश्किल होता है।

कस्बा अयाना के दुकानदार दिनेश चंद्र ने कहा कि पंटून पुल बनने से अयाना बाजार में रौनक रहती है। यमुना नदी के उस पार बसे लोगों के लिए अयाना सबसे नजदीकी बाजार है, जहाँ वे आसानी से खरीदारी करने आते हैं। पुल न होने से बाजार की दैनिक गतिविधियों पर भी असर पड़ रहा है।

धनाऊ गांव के पूर्व प्रधान जीतू सेंगर ने बताया कि पंटून पुल के बन जाने से दोनों जिलों के लोगों को बड़ी राहत मिलती है। किसानों, मजदूरों, व्यापारियों और छात्रों के लिए यह पुल जीवन रेखा जैसा है।

अयाना के निवासी हर्षवर्धन सिंह सेंगर ने बताया कि यमुना नदी पार स्थित प्रसिद्ध जलौनी माता मंदिर में जिलेभर से लोग पूजा-अर्चना करने जाते हैं। लेकिन पुल न बनने से भक्तों को 45 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ता है, जिससे दर्शन में भारी परेशानी होती है।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द बीझलपुर घाट पर पंटून पुल निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, ताकि आवागमन सुगम हो सके और लोगों को राहत मिल सके।

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(Udaipur Kiran) कुमार