Uttar Pradesh

प्रदर्शनी ने कला प्रेमियों, विद्यार्थियों तथा विश्वविद्यालय परिवार पर गहरी कलात्मक छाप छोड़ी

प्रत्येक विद्यार्थी ने अपनी कृति के माध्यम से एक अलग भाव विश्व को अभिव्यक्त किया, जो कि अत्यंत सराहनीय

कानपुर, 24 नवम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कल्याणपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स स्थित कृतित्व कला दीर्घा में आयोजित चार दिवसीय “अभिरंग 2025” सामूहिक कला प्रदर्शनी का भव्य समापन हुआ। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलसचिव राकेश मिश्रा उपस्थित रहे। यह जानकारी सोमवार को सीएसजेएम विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. दिवाकर अवस्थी ने दी।

मीडिया प्रभारी डॉ. दिवाकर अवस्थी ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक के दूरदर्शी नेतृत्व एवं प्रेरणा से आयोजित इस प्रदर्शनी ने कला प्रेमियों, विद्यार्थियों तथा विश्वविद्यालय परिवार पर गहरी कलात्मक छाप छोड़ी है।

मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय कुलसचिव राकेश मिश्रा ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित कृतियों का अवलोकन कर विद्यार्थियों की सृजनशीलता की सराहना करते हुए कहा कि “एमएफए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के रचनात्मक प्रयासों में उनकी कल्पनाशीलता, तकनीकी दक्षता और कला के प्रति संवेदनशील दृष्टि स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। प्रत्येक विद्यार्थी ने अपनी कृति के माध्यम एक अलग भाव–विश्व को अभिव्यक्त किया है, जो अत्यंत सराहनीय है।”

मुख्य अतिथि का स्वागत ललित कला संस्थान के निदेशक डॉ. मिठाई लाल ने पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र भेंटकर किया। उन्होंने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि अभिरंग प्रदर्शनी न केवल विद्यार्थियों को मंच प्रदान करती है, बल्कि कला के क्षेत्र में उनके पेशेवर विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती है। उन्होंने संस्थान की ओर से विद्यार्थियों को निरंतर सृजनरत रहने और कला के विभिन्न आयामों का अन्वेषण करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में एमएफए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा निर्मित चित्रों, रेखांकन, कल्पनात्मक संरचनाओं तथा विविध माध्यमों में तैयार किए गए कलाकर्मों को प्रदर्शित किया गया था। चार दिनों तक चली इस प्रदर्शनी में दर्शकों, कलाकारों, शोधार्थियों और कला-प्रेमियों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही। विद्यार्थियों ने अपनी कृतियों के माध्यम से सामाजिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक तथा समकालीन विषयवस्तु को कलात्मक रूप में प्रस्तुत किया, जिसे आगंतुकों से विशेष प्रशंसा मिली।

समापन के मौके पर क्यूरेटर डॉ. मंतोष यादव ने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों और सहयोगियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी की सफलता विद्यार्थियों की मेहनत, संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन और विश्वविद्यालय प्रशासन के सहयोग का परिणाम है।

इस मौके पर प्रो. शुभम शिवा, ललित कला संस्थान के सहायक निदेशक जिउट बली यादव एवं विनय सिंह, सहायक प्रोफेसर डॉ. राज कुमार सिंह, डॉ. बप्पा मांझी, डॉ. रणधीर सिंह, प्रियांसी सहित अन्य संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद