Uttar Pradesh

कानपुर में एक हजार संभावित बांग्लादेशियाें की हुई जांच, 10 प्रतिशत मिले संदिग्ध

पुलिस आयुक्त कार्यालय की फाइल फोटो

कानपुर, 24 नवम्बर (Udaipur Kiran) । कानपुर कमिश्नरेट पुलिस संदिग्ध बांग्लादेशी व राेहिंग्याओं की तलाश के लिए अभियान चला रही है। इसके तहत करीब एक हजार लोगों की जांच की गई जिन पर दूसरे राज्यों से होने का शक था। उनके सत्यापन के लिए यहां से सूची भेजी गई थी। जिसमें से दस प्रतिशत लोग ऐसे चिन्हित किए गए हैं जिनके पास पूरे प्रपत्र नहीं मिल पाए हैं। यह बंगाल, झारखंड और असम से जुड़े लोग हैं। इनकी जांच करने के लिए पुलिस आयुक्त के निर्देशन पर चार टीमों का गठन किया गया है। जिनमें लोकल पुलिस और एलआईयू भी शामिल है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में संदिग्ध बांग्लादेशियों की तलाश के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए तो उसमें सबसे आगे कानपुर पुलिस निकलती दिख रही है। क्योंकि कानपुर पुलिस पहले से ही शहर में बांग्लादेशियों की जांच पड़ताल में लगी थी। पुलिस ने एक हजार संदिग्ध लोगों की जांच करी। जिसमें से करीब एक सौ संदिग्ध पुलिस के रडार पर आ गए। अब उनकी विधिवत जानकारी जुटाने के लिए कानपुर पुलिस की टीम बंगाल और असम की पुलिस के संपर्क में है।

खुद पुलिस कमिश्नर कानपुर रघुबीर लाल अपने स्तर पर पूरे मामले की माॅनिटरिंग कर रहे हैं। एडीसीपी महेश कुमार ने सोमवार को बताया कि शहर में बड़े पैमाने पर अन्य राज्यों के लोग काफी समय से निवास कर रहे हैं। जिनमें मुख्य रूप से थाना जाजमऊ, बाबूपुरवा, रायपुरवा, रेल बाजार और बेकनगंज थाना क्षेत्रों में संदिग्धों की जब सूची बनाई गई ताे यह संदिग्ध कूड़ा-कचरा बीनने वाले थे या फिर टेनरियों में मजदूरी करने वाले थे।

इनकी जांच के लिए हमारी पुलिस बंगाल और असम दोनों से कांटेक्ट में है। कानपुर पुलिस की टीम बंगाल और असम भी जाने की तैयारी में है। वहां जाकर यह टीम सभी संदिग्ध लोगों की पूरी जानकारी जुटाएगी।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप