
प्रयागराज, 24 नवम्बर (Udaipur Kiran) । कार्यालय प्रधान महालेखाकार (लेखापरीक्षा-प्रथम) उत्तर प्रदेश, प्रयागराज द्वारा सरस्वती सभागार में “स्वायत्त निकायों की लेखा परीक्षा में सुशासन, जवाबदेही और वित्तीय प्रबंधन“ विषय पर सेमिनार का आयोजन कार्यालय प्रधान महालेखाकार में 20 से 27 नवम्बर तक ऑडिट सप्ताह मनाया जा रहा है।
यह जानकारी मिडिया प्रभारी राजेश कुमार तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि इस सम्बंध में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के अंतर्गत सोमवार को कार्यालय के सरस्वती सभागार में “स्वायत्त निकायों की लेखा परीक्षा में सुशासन, जवाबदेही, और वित्तीय प्रबंधन विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज कुमार, प्रधान महालेखाकार (लेखापरीक्षा-प्रथम) उत्तर प्रदेश, प्रयागराज द्वारा की गयी। जिसका संचालन लोकेश चौधरी उप महालेखाकार ए.एम.जी. पंचम द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रधान महालेखाकार ने प्रोफेसर गीतिका गोयल का स्वागत एवं सम्मान समारोह के साथ किया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर (सेवानिवृत्त) गीतिका गोयल, पूर्व डीन और विभागाध्यक्ष, एम.एन.एन.आई.टी, इलाहाबाद, प्रयागराज द्वारा उपरोक्त विषय पर व्याख्यान एव अंपने अनुभवों को साझा किया गया। अगली कड़ी में प्रोफेसर गीतिका गोयल ने “स्वायत्त निकायों की लेखा परीक्षा में सुशासन, जवाबदेही, और वित्तीय प्रबंधन” विषय पर प्रस्तुतीकरण दिया। जिसमें स्वायत्त निकायों की मुख्य चुनौतियों में अनुदानों का कम उपयोग या दुरुपयोग, कमजोर आंतरिक नियंत्रण, जवाबदेही के बिना अत्यधिक स्वायत्तता, सरकारी निगरानी और संस्थागत कामकाज के बीच ओवरलैप तथा पेशेवर वित्तीय कर्मचारियों की कमी के बारें में तथा स्वायत्त निकायों से सम्बंधित अन्य समस्याओं पर भी परिचर्चा हुई।
कार्यक्रम में प्रधान महालेखाकार ने स्वायत्त निकायों में लेखा-खातों का उचित रख रखाव न किये जाने तथा लेखो के समय से आडिट हेतु प्रस्तुत न किये जाने के विषय पर चर्चा किया। प्रधान महालेखाकर ने इस बात पर भी जोर दिया कि स्वायत्त निकाय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के वित्तीय ज्ञान को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण एवं कार्यशाला आयोजित किये जाने चाहिए एवं आडिट कार्यालय द्वारा स्वायत्त निकायों की लेखा परीक्षा के दौरान सुधारात्मक सुझाव भी दिए जाने चाहिए।
कार्यक्रम में प्रधान महालेखाकार एवं प्रोफेसर गीतिका गोयल के अलावा प्रोमी, वरिष्ठ उप महालेखाकार (प्रशासन), लोकेश चौधरी, उप महालेखाकार (ए.एम.जी), रवि कथूरिया, उपमहालेखाकार (ए.एम.जी) तथा अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि लोकेश चौधरी ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया। यह आयोजन उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक और वित्तीय पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करने और अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच जागरूकता और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ऑडिट सप्ताह समारोह 2025 के तहत एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र