
वाराणसी, 21 नवम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी (वाराणसी) में आगामी 02 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच आयोजित होने जा रहे काशी तमिल संगमम 4.0 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय शैक्षणिक साझेदार है। संगमम के तहत विश्वविद्यालय में 7 शैक्षणिक सत्र आयोजित किये जा रहे हैं, जिनके लिए विश्वविद्यालय में तैयारियां ज़ोर शोर से चल रही हैं।
कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने शुक्रवार अपरान्ह विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। केन्द्रीय कार्यालय में हुई इस बैठक में कार्यक्रम के बीएचयू-नोडल अधिकारी प्रो. अंचल श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की व्यापक रूपरेखा को साझा किया तथा तमिलनाडु से आने वाले प्रतिनिधिमंडलों के कार्यक्रम की जानकारी से सदस्यों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष वाराणसी के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से 300 विद्यार्थियों का प्रतिनिधिमंडल तमिलनाडु जाएगा। संगमम के विभिन्न आयामों को ध्यान में रखते हुए सात अलग-अलग विषयों पर आधारित समूह गठित किए गए हैं।
बैठक के दौरान विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों की आयोजन समितियों के संयोजकों व सदस्यों ने अपनी तैयारियों से अवगत कराया। इन सभी समूहों के सदस्यों ने अपनी-अपनी तैयारियों, गतिविधियों एवं प्रस्तुतियों के बारे में कुलपति को जानकारी दी।
बैठक में कुलपति ने कहा कि काशी और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक संबंध व संवाद सदियों पुराना है। हजारों वर्षों से लोग एक-दूसरे की यात्राएँ करते रहे हैं, और यह संगमम उसी परंपरा को आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर है। जब तमिलनाडु से विभिन्न प्रतिनिधिमंडल काशी आएंगे, तो हमारा यह सुनिश्चित करना होगा कि उन्हें ऐसा अनुभव मिले जिसे वे वर्षों बाद भी याद रखें। यह संगमम उनके लिए जीवनभर की स्मृति बनना चाहिए। बैठक में विभिन्न समितियों के संयोजकों एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रमुख अधिकारियों ने भी भाग लिया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी