
मंदसौर, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । 63वें भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला में पार्श्वगायक एवं भजन सम्राट कैलाश खेर का कार्यक्रम अद्भुत रहा। पशुपतिनाथ अतिथिगृह के पास स्थित खुले मैदान में हजारों श्रोताओं के बीच कैलाश खेर ने एक के बाद एक भक्ति गीतों की प्रस्तुति से ऐसा समा बांधा की श्रोता उनकी दाद दिए बिना रह नहीं सके। रात्रि 9.30 से प्रारंभ हुई कैलाश खेर की प्रस्तुति देर रात्रि तक चली जिसमें उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ काशी विश्वनाथ एवं भोलेनाथ की महिमा बताने वाले गीत प्रस्तुत किये। उन्होने जोगी मेरा रंग रंगीला ….. गीत से शुरूआत की। इसके बाद उन्होंने आओ जी यू न सताओ जी……. गीत गाया।
उन्होंने जय पशुपतिनाथ का उद्घोष करते हुए मंच पर कहा कि मैं पशुपतिनाथ की इस पावन धरती पर कैलासा (गीत संगीत) के लिये आया हूॅ, मंदसौर भोले और भोलो (सीधे सादे) लोगों की नगरी है। उन्होंने तौबा-तौबा मेरी सूरत, माशा अल्लाह…… गीत प्रस्तुत कर खूब तारीफ बटोरी। कैलाश खेर ने कैसे बताये बातें दिलों की………, तू जाने ना ………. ह्णह्य गीत पर युवाओं की खूब दाद बटोरी। कई युवा तो कुर्सी पर बैठकर ही नृत्य करने लगे। उन्होंने रंग दीनी रंग दीनी ……………. गीत प खूब तालिया बटोरी। उन्होंने पिया ओ पिया गीत भी गाया। कैलाश खेर के गीतों पर युवाओं ने पूरे जोश से उनका साथ दिया और तालियों से उनका अभिवादन किया। कैलाश खेर ने काशी विश्वनाथ की महिमा बताने वाले गीत ह्यह्यमेरे बाबाजी निहारे …… गीत गाया जिसे सभी ने पसंद किया। उन्होंने ह्यह्यतेरे नाम से जी लू तेरे नाम से मर जाऊ…… एवं बम लहरी गीत भी गाया।
आज अ.भा. कवि सम्मेलन होगा
नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, नपा उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता प्रीतेश चावला, मेला सभापति श्रीमती प्रतिभा विक्रम भैरवे ने बताया कि 22 नवम्बर, शनिवार को रात्रि 9 बजे से देर रात्रि तक भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला के सांस्कृतिक रंगमंच पर अ.भा. कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। इस कवि सम्मेलन में कविगण सर्वश्री बुद्धिप्रकाश दाधीच, जानी बैरागी, मदनमोहन समर, जगदीश सौलंकी, पंकज प्रसून, गोपाल धुरंधर, दीपक पारीख, राम भदावर, गौरव चौहान, श्वेतासिंह एवं मुन्ना बेटरी (सूत्रधार) अपनी कविताओं का पाठ करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया