
वाराणसी, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की 197वीं जयंती पर उत्तर प्रदेश के वाराणसी कैन्टोमेंट क्षेत्र स्थित महारानी के बीस फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा के सामने बुधवार शाम अधिवक्ताओं ने 197 दीप जलाए। अधिवक्ताओं ने महारानी के शौर्य को नमन कर उन्हें याद किया। इस दौरान रानी लक्ष्मीबाई अमर रहें, जब तक सूरज चांद रहेगा, लक्ष्मीबाई का नाम रहेगा, भारत माता की जय, वन्देमातरम के गगनभेदी नारे भी लगाये।
वक्ताओं ने महारानी लक्ष्मीबाई के अदम्य वीरता और साहस के किस्से सुनाये। वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद पांडेय भैयाजी ने रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित कवितापाठ किया। वहीं, बनारस बार के पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई काशी की बेटी थीं। उनकी अदम्य साहस और वीरता के किस्से सुनकर हर काशीवासी का गर्व से मस्तक ऊंचा हो जाता है। दीपदान व जन्मजयंती सामारोह में अधिवक्ता गौतम झा, राजेश तिवारी, आशीष सिंह, सत्यप्रकाश सिंह, सुनील, कुंवर प्रीतम प्रताप, सुशील कुमार मौर्या, बृजेश दुबे, अनूप श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी