
भोपाल, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसे देखते हुए भोपाल-इंदौर समेत पांच जिलों में स्कूलों के खुलने के समय में परिवर्तन किया गया है। इस संबंध में सोमवार को संबंधित जिलों के कलेक्टरों ने आदेश जारी कर दिए हैं।
इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने जिले में तापमान में आई लगातार गिरावट को देखते हुए सभी स्कूलों में नर्सरी से लेकर आठवीं तक की कक्षाओं के संचालन समय में परिवर्तन किया है। जारी आदेश में निर्देश दिए गए हैं कि इन्दौर जिले में समस्त शासकीय/अशासकीय अनुदान प्राप्त / मान्यता प्राप्त/सी.बी.एस.ई./आई.सी.एस.ई./ माध्यमिक शिक्षा मण्डल एवं समस्त बोर्ड से सम्बद्ध विद्यालयों में शीतऋतु एवं तापमान में आई लगातार गिरावट को दृष्टिगत रखते हुए छात्र हित में कक्षा नर्सरी से कक्षा 8वीं तक का संचालन आगामी आदेश तक प्रातः 9 बजे या उसके पश्चात से किया जाये । उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि तापमान में गिरावट होने से संस्थाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पढ़ने की संभावना को दृष्टिगत जिले में संचालित समस्त शासकीय अशासकीय, केन्द्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, आई.सी.एस.ई, सी.बी.एस.ई, अनुदान प्राप्त एवं अन्य मान्यता प्राप्त कक्षा नर्सरी से कक्षा 8वीं तक की कक्षायें प्रातः 08:30 बजे से पूर्व संचालित नहीं की जाएं।
वहीं, ग्वालियर जिले में भी सर्दी के मौसम में बच्चों की सुविधा, सुरक्षा व आवागमन को ध्यान में रखकर स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। जिले में संचालित एमपी बोर्ड, सीबीएसई व आईएसई से संबद्ध सभी शासकीय व अशासकीय स्कूलों में अध्ययनरत नर्सरी से 5वी कक्षा तक के बच्चों की कक्षायें अब प्रात: 9 बजे के बाद ही लगाई जा सकेंगीं। साथ ही छठवीं से लेकर बारहवीं तक की कक्षायें प्रात: 8.30 बजे के बाद ही लगाई जा सकेंगीं। ग्वालियर लेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी हरिओम चतुर्वेदी द्वारा इस आशय का आदेश जारी किया गया है।
इधर, सागर में नर्सरी से पांचवीं तक की कक्षाओं का संचालन 9 बजे के पहले और कक्षा 6 से 12 तक सुबह 8.30 बजे से पहले नहीं होगा। शहडोल में भी कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश जारी किया है। सभी शासकीय, अशासकीय, सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य बोर्डों से संबद्ध स्कूल सुबह 9 बजे से संचालित होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। खंडवा में भी नर्सरी से बारहवीं तक के सभी स्कूलों का समय बदल दिया गया, अब सुबह 8.30 बजे के बाद ही स्कूल खुलेंगे।
दरअसल, उत्तर भारत में हुई बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। इसके चलते यहां ठंडाके की ठंड पड़ रही है। रविवार रात भोपाल में तापमान गिरकर 5.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह नवंबर माह का अब तक का सबसे कम तापमान है और 1941 में दर्ज 6.1 डिग्री का रिकॉर्ड टूट गया। इंदौर में तापमान 7.2 डिग्री, राजगढ़ में 5 डिग्री, ग्वालियर में 9.8, उज्जैन में 9.6 और जबलपुर में 9.3 डिग्री सेल्सियस रहा। कई जिलों में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री से कम बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर से आ रही शुष्क और ठंडी हवाओं के कारण नवंबर में ही दिसंबर-जनवरी जैसी ठिठुरन महसूस हो रही है। अगले कुछ दिनों तक रात के तापमान में और गिरावट की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्र ने बताया कि भोपाल में अभी तक के इतिहास में वंबर में सबसे ठंड रात रही है। तीन स्टेशन में सीवियर कोल्ड दर्ज किया है। बाकी क्षेत्रों में भी काफी ठंड रहा है। रात में ज्यादा ठंड पड़ रही है लेकिन दिन में अभी 25 से 30 के बीच टेंपरेचर चल रहा है। आने वाले 2 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। अगले 4 दिन के लिए हमने कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अभी तक भोपाल में नवंबर माह में सबसे कम तापमान 6.1 दर्ज किया गया था जिसका रिकॉर्ड टूट गया। अगले 4 दिन में कुछ राहत मिल सकती है। मध्य प्रदेश में दिसंबर और जनवरी में इस तरह की ठंड पड़ती है लेकिन इस बार नवंबर में इतनी ठंड पड़ रही है।
रविवार को राजगढ़ और शाजापुर जिले के गिरवर में रात का तापमान 6°C दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। पिछले 11 दिनों से राजगढ़ लगातार राज्य का सबसे ठंडा जिला बना हुआ है। शहडोल के कल्याणपुर में 6.2°C, जबकि भोपाल और इंदौर दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 6.4°C रहा। उमरिया में 7.3°C और रीवा में 7.4°C पारा दर्ज किया गया।
(Udaipur Kiran) तोमर