
— शुरुआत लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम कठघोड़वा नृत्य से
वाराणसी, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आगामी 2 से 15 दिसंबर 2025 तक आयोजित होने जा रहे काशी तमिल संगमम (केटीएस-4) के अंतर्गत सोमवार को जागरूकता अभियान में घाट वॉक का आयोजन किया गया। घाट वॉक शाम 4 बजे अस्सी घाट से शुरू हुई और दशाश्वमेध घाट पहुंची। इसके बाद वापस अस्सी घाट पर पहुंच कर समाप्त हुई। घाट वॉक का उद्देश्य लोगों को काशी तमिल संगमम के बारे में जागरूक करना था।
घाट वॉक की शुरुआत लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम कठघोड़वा नृत्य की प्रस्तुति से हुई। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित काशी तमिल संगमम-4 आयोजन समिति के सदस्य आनंद श्रीवास्तव की उपस्थिति से सम्पन्न हुआ। इसमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विशिष्ट व्यक्तियों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिनमें नोडल अधिकारी प्रो. अंचल श्रीवास्तव, भौतिकी विभाग, विज्ञान संस्थान, समन्वयक (ओवरऑल कोऑर्डिनेटर) डॉ. नीरज त्रिपाठी, संयुक्त कुलसचिव, राजेश सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, और डॉ. बाला लखेंद्र, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, कला संकाय, आदि शामिल थे। इस अवसर पर मीडिया से संवाद के दौरान,आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि काशी तमिल संगमम का उद्देश्य काशी और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि तमिल और संस्कृत विश्व की दो सबसे प्राचीन भाषाएँ हैं और दोनों भगवान शिव के डमरू से उत्पन्न हुई है।
—————
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी