




– मुख्यमंत्री ने जनजातीय गौरव दिवस पर आलीराजपुर को दी 200 करोड़ के 156 विकास कार्यों की सौगात, भगवान बिरसा मुंडा और शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमा का किया अनावरण
भोपाल, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए दीवाली और होली की ही तरह है। भारत माता के अमर सपूत स्वाभिमान और स्वराज के प्रतीक, जनजातीय अस्मिता के संरक्षक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। पांचवें जनजातीय गौरव दिवस पर चारों दिशाओं में भारत अपने जनजातीय नायकों की स्मृतियों को पूज रहा है। जनजातियों के पराक्रम और परिश्रम से सजी आलीराजपुर की पावन मिट्टी में आजादी की लड़ाई के दो अमर योद्धा शहीद छीतु किराड़ और शहीद चंद्रशेखर आजाद ने जन्म लिया है। शहीद छीतु किराड़ ने 1857 के संग्राम में जनजातीय शक्ति को संगठित कर अंग्रेजों को नाकों चने चबवा दिए। भगवान बिरसा मुंडा और अमर शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमा के अनावरण का अवसर प्राप्त होना परम सौभाग्य की बात है। जनजातीय संस्कृति से समृद्ध आलीराजपुर क्षेत्र किसी स्वर्ग से कम नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश की विकास की अनेक सौगातें मिली हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आलीराजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर आलीराजपुर को सौगात देते हुए 250 करोड़ रुपये की लागत से 156 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा और शहीद छीतु किराड़ की प्रतिमा का अनावरण किया।
राजा आलिया के नाम पर आलीराजपुर होने से मिली जिले को उचित पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजों ने देशवासियों पर अत्याचार और कत्लेआम किए। भगवान बिरसा मुंडा ने जनजातीय समाज को साथ लेकर सशस्त्र विद्रोह कर अंग्रेजों को चुनौती दी। उन्होंने नशा मुक्ति और गौमाता के संरक्षण के लिए भी अभियान चलाया। टंट्या मामा, अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद और शहीद छीतु किराड़ ने मध्य प्रदेश की धरती से आजादी के अभियान को आगे बढ़ाया। आजादी के दीवानों का स्मरण कर हम सब गौरवान्वित अनुभव करते हैं। छीतु किराड़ इस धरती के पराक्रम का प्रतीक थे। उन्होंने अंग्रेजों के शोषण और जबरन लगान के खिलाफ साहसिक विरोध किया। अकाल के समय अंग्रेजों के गोदामों से अनाज निकालकर जरूरतमंद परिवारों को बांटा। देश की आजादी में जनजातीय अंचल के नायकों की महत्वपूर्ण भूमिका थी, लेकिन स्वतंत्रता के बाद जनजातीय नायकों को वह सम्मान नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जनजातीय गौरव अपनी प्रतिष्ठा के साथ पुन: स्थापित हो रहा है। आलीराजपुर जनजातीय संस्कृति और स्वाभिमान की भूमि है। राजा आलिया इस क्षेत्र के स्वाभिमान, नेतृत्व और जनजातीय गौरव के प्रतीक थे।
उन्होंने कहा कि अंग्रेज चले गए और कांग्रेस छोड़ गए। कांग्रेस की सरकार इतने लंबे समय तक रही, लेकिन कभी किसी आदिवासी नायक को याद नहीं किया और आज हम आदिवासी नायकों की जयंती मना रहे थे, इनसे इनको तकलीफ हो रही है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इन लोगों ने वोट के अधिकार को लेकर बिहार को कितना बदनाम कर दिया था, लेकिन कल कांग्रेस की जोरदार झाड़ू लगी है। उन्होंने आगे कहा कि जनता अब चाहती है कि ये राजकुमार को घर भेजना पड़ेगा, क्योंकि पप्पू की चप्पू-टप्पू सब बंद होने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आज हर पात्र जरूरतमंद परिवार को पक्के मकान मिल रहे हैं। लाड़ली बहनों की राशि बढ़ाकर हर महीने रक्षाबंधन और भाईदूज मनाई जा रही है। अब बहनों को 1500 रुपये महीने मिलने लगे हैं। विकास और जनकल्याण के लिए हमारी भावना और संकल्प स्पष्ट है। माताएं-बहनें अपनी परवाह न करते हुए पूरे परिवार के भरण-पोषण का ध्यान रखती हैं। बहनें, लाड़ली बहना योजना के पैसों से परिवार की जरूरतें पूरी कर रही हैं, बच्चों की फीस भर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार भी किसानों को अलग से मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में 6 हजार रुपये का अतिरिक्त लाभ दे रही है। यह उनके परिश्रम का सम्मान है। प्रदेश के किसानों को भावान्तर योजना के माध्यम से सोयाबीन का उचित दाम मिल रहा है। पात्र किसानों को 15 दिन के अंदर राशि भेज दी गई है। राज्य सरकार गेहूं भी 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी से सिंचाई सुविधा मिलने से जिले के 170 गाँव लाभान्वित होंगे और हीरा तराशने के उद्योग स्थापित होने से क्षेत्र में नए रोजागार के अवसर सृजित हो रहे है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आलीराजपुर जिले की प्रत्येक पंचायत में मनरेगा से बनने वाले 20-20 कुओं को परीक्षण के बाद बिजली आपूर्ति से जोड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिले में पीले मोजैक से फसलों को हुए नुकसान के लिए किसानों को 45 करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा। कार्यक्रम को अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ विधायक हेमंत खंडेलवाल ने भी संबोधित किया।
हितग्राहियों को किया हितलाभ वितरण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन की बीसी सखी सुप्रिया निवासी नरगांव सोंडवा को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। वे नाव चलाकर नदी पार करते हुए गाँव–गाँव पहुँचकर बैंकिंग लेन-देन की सुविधा उपलब्ध कराती हैं, जिससे गाँव के बुजुर्गों और ग्रामीणों को बैंक तक जाने की परेशानी से राहत मिलती है। इसी प्रकार जिले के 179 स्व-सहायता समूहों को 3 करोड़ 80 लाख रुपये का ऋण वितरण किया गया, प्रधानमंत्री कुसुम योजना अंतर्गत नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन में उत्कृष्ट योगदान के लिए चंद्रशेखर आजाद नगर की सुनयना डावर को 3 करोड़ 15 लाख रुपये के हितलाभ से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और उसकी सराहना की।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, सांसद अनीता चौहान, पूर्व मंत्री रंजना बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष हजरीबाई खरत, संभाग आयुक्त इंदौर डॉ. सुदाम खाड़े, इंदौर आईजी अनुराग, जिला कलेक्टर नीतू माथुर, पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में जनजातीय भाई-बहन उपस्थित रहें।
(Udaipur Kiran) तोमर