
– अतिथियों ने पारम्परिक नृत्य की प्रस्तुति दे रहे दल के साथ किया नृत्य
मंडला, 14 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मंडला स्थित जगन्नाथ शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस (पखवाड़ा) एवं बाल दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को बाल मेला एवं जनजातीय फूड फेस्ट 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस मेले का उद्घाटन पीएचई मंत्री संपतिया उइके एवं सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने किया। विद्यालय परिसर में विद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा करमा एवं सैला नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई।
कार्यक्रम में मंत्री संपतिया उइके ने विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यालय परिसर में लगाए गए स्टॉल में आपके द्वारा स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए गए। इनका अवलोकन करते हुए हमें अपने बचपन के दिन याद आ गए। विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग इसी तरह पढ़ाई के साथ इस तरह की गतिविधियों में शामिल हों। आपके इन प्रयासों से विद्यालय परिसर सुबह से जनजातीय संस्कृति, स्वाद, रंग और रौनक से महकता रहा। उन्होंने कहा कि विद्यालय में लगभग 500 लोगों की बैठक क्षमता वाला सभागृह बनाया जायेगा। उन्होंने इसके लिए मंच से सहायक आयुक्त ट्राईबल को निर्देशित करते हुए इसकी डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही विद्यालय में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ के लिए रंगमंच निर्माण करने की भी घोषणा की।
सांसद कुलस्ते ने विद्यार्थियों को बाल दिवस एवं जनजातीय गौरव दिवस की बधाई देते हुए कहा कि सरकार ने वर्ष 2021 से भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती मनाने का निर्णय लिया। जनजातीय गौरव दिवस पखवाड़ा लगातार मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत आज रन फॉर यूनिटी, जिला स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन जिले में धूमधाम से किया गया। जनजातीय लोक नायकों का जिक्र करते हुए उन्होंने राजा रघुनाथ शाह, शंकर शाह, रानी दुर्गावती, दलपत शाह, हृदय शाह के पराक्रम और शौर्य ने मंडला जिले को गौरवान्वित किया है। उनके इस बलिदान की जानकारी युवा पीढ़ी को होनी चाहिए। उनकी इस सांस्कृतिक विरासत को संजोय रखने की जिम्मेदारी हमारी है।
मंत्री संपतिया उइके ने विधायक निधि से एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 5 लाख रुपये एवं सांसद कुलस्ते ने सांसद निधि से एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की।
40 से अधिक व्यंजनों के स्टॉल रहे आकर्षण का केन्द्रइस बाल मेले और जनजातीय फूड फेस्ट की सबसे आकर्षक विशेषता यह रही कि यहाँ भारत के विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध व्यंजनों के लगभग 40 स्टॉल लगाए गए। इसमें विविधता और स्वाद का अदभुत संगम देखने को मिला। फूड फेस्ट में देश की सांस्कृतिक एकता और खानपान की विविध परंपरा का प्रदर्शन अदभुत तरीके से किया गया। इन स्टॉल में दक्षिण भारत के डोसा, इडली, उत्तर भारत के छोले, भटूरे, छत्तीसगढ़ के चीला जैसे दर्जनों व्यंजनों ने आगंतुकों का मन मोह लिया। मंत्री संपतिया उइके और सांसद कुलस्ते ने प्रत्येक स्टॉल पर जाकर बच्चों से मुलाकात की और उनके द्वारा दिए गए व्यंजनों को चखा। इसमें मिलेट्स आधारित पारंपरिक व्यंजन, सेवपुरी, चाट कॉर्नर, इडली, मोमोस, साबूदाने के बड़े, समोसा, अंकुरित चाट, भेल, पेस्ट्री एवं डोनट के स्टॉल लगाए गए।
उत्कृष्ट विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व एवं टंट्या मामा एवं भीमा नायक के ऐतिहासिक त्याग और समर्पण के व्यक्तित्व से प्रेरित होकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आकर्षक प्रस्तुतियां दी। इनसे मंत्रमुग्ध होकर मंत्री संपतिया उइके, सांसद कुलस्ते और जिला पंचायत अध्यक्ष कुशराम ने पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दे रहे बच्चों के साथ पारंपरिक नृत्य भी किया। ढोल-मांदल और पारंपरिक वाद्ययंत्रों की गूंज से वातावरण में उमंग का माहौल निर्मित हो गया। पारंपरिक वेशभूषा, ताल और आकर्षक प्रस्तुतियों ने जनसमूह को तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया।
(Udaipur Kiran) तोमर