
जयपुर, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की सब तक पहुंच, गुणवत्ता, और बेहतर प्रबंधन के लिए कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने श्वास संबंधित रोगों में हो रही वृद्धि को देखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों को इन रोगों के निदान का प्रभावी तंत्र विकसित किए जाने पर जोर दिया।
बागडे गुरुवार को बिड़ला सभागार में श्वास संबंधित रोगों की 27 वीं कांफ्रेंस नैपकॉन में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण के अंतर्गत हवा में घुलते जहर का उल्लेख करते हुए कहा कि श्वसन रोग इससे तो बढ़ते ही हैं, धूम्रपान और एलर्जी से भी होते हैं। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमता का उपयोग रोगों की पहचान के साथ रोग उपचार की जागरूकता के लिए भी किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने तंबाकू और धूम्रपान के खतरों, इससे कैंसर तक होने वाले रोगों से सजग करने की भी आवश्यकता जताई।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे यहां चिकित्सक को भगवान कहा गया है। वह असाध्य से असाध्य रोग से मुक्ति प्रदान कर अपने मरीज को जीवन देता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। यह गरीबों, वंचितों और सामान्य नागरिकों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने से जुड़ी हैं। चिकित्सक इसके अधिकाधिक उपयोग के साथ मरीजों को इसके तहत बेहतर से बेहतर इलाज में सहयोग करें।
राज्यपाल ने इससे पहले नैपकॉन की स्मारिका का विमोचन किया।
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(Udaipur Kiran)