
उज्जैन, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में विक्रमोत्सव-2026 का भव्य आयोजन आगामी 15 फरवरी से प्रारंभ होगा। इस अवसर पर सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक कार्यक्रमों की भव्य श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इस बार आयोजन का विशेष आकर्षण रहेगा विक्रम व्यापार मेला, हथकरघा एवं टेक्सटाइल प्रदर्शनी, और देश के सुप्रसिद्ध कलाकारों के शानदार संगीत कार्यक्रम।
दरअसल, विक्रमोत्सव की पूर्व तैयारियों को लेकर बुधवार को संभागायुक्त आशीष सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में आयोजन से पूर्व घाटों की सफाई, मंदिरों की रंगाई-पुताई और साज-सज्जा करने के निर्देश दिए गए। बैठक में कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, निगमायुक्त अभिलाष मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्रेयांस कूमट, अपर कलेक्टर अत्येंद्र सिंह गुर्जर, एसडीएम पवन बारिया, संजय अग्रवाल, राजेशसिंह कुशवाह, नरेश शर्मा, रवि सोलंकी और रमण सोलंकी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि यह आयोजन उज्जैन की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा और प्रदेश की कला, संस्कृति तथा पर्यटन को नई पहचान दिलाएगा।
भव्य शुरुआत 15 फरवरी को
विक्रमोत्सव का शुभारंभ 15 फरवरी को “अनादिदेव शिव की कलाओं के शिवार्चन” के साथ होगा। प्रातः 11 बजे भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसके पश्चात उद्घाटन समारोह में सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ शंकर महादेवन, एहसान, लॉय, विशाल मिश्रा, सोनू निगम और प्रीतम अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। इसी दौरान “शिवोहम” विषय पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुति भी होगी। इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में लगने वाले विक्रम व्यापार मेले में इस बार फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज, पारंपरिक शिल्प, हथकरघा और टेक्सटाइल उत्पादों की झलक देखने को मिलेगी। मेला प्रदेश के हस्तशिल्पियों, उद्यमियों और कलाकारों के लिए एक बड़ा मंच बनेगा।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गूंजेगा उज्जैन
22 फरवरी से 2 मार्च तक विक्रम नाट्य समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रस्तुतियाँ होंगी।
27 फरवरी से 18 मार्च तक उज्जैन हाट बाजार में स्थानीय सांस्कृतिक मंडलियों की प्रस्तुतियाँ होंगी। इसी दौरान शिल्प और मालवी कलम कार्यशालाएँ भी लगाई जाएँगी।
28 फरवरी से 1 मार्च तक “विक्रमादित्य के न्याय” विषय पर वैचारिक समागम आयोजित होगा।
7 मार्च को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन होगा, जिसमें सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित रचनाएँ प्रस्तुत की जाएँगी।
13 से 17 मार्च तक पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जाएगा, जबकि 17-18 मार्च को “महाकाल पृथ्वी का समय-शोध संगोष्ठी” होगी।
गौरव दिवस और नववर्ष पर भव्य समारोह
19 मार्च को नववर्ष प्रतिपदा पर उज्जैन का गौरव दिवस मनाया जाएगा। सुबह रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर सूर्योपासना होगी, जबकि शाम को शिप्रा तट पर मुख्य समारोह में सम्राट विक्रमादित्य अलंकरण प्रदान किए जाएँगे। इस अवसर पर मोहित चौहान, सुनिधि चौहान और शंकर महादेवन अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। समारोह में विक्रम पंचांग 2082-83 और आर्ष भारत के द्वितीय संस्करण का लोकार्पण भी किया जाएगा।
जल गंगा संवर्धन अभियान की शुरुआत
इसी दिन से “जल गंगा संवर्धन अभियान” का शुभारंभ होगा, जो 30 जून 2026 तक चलेगा। इस अभियान के तहत प्रदेश भर में पर्यावरण संरक्षण और जल संरचनाओं के संवर्धन पर आधारित गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी। 25 मई को गंगा दशहरा पर शिप्रा तट पर विशेष कार्यक्रम और सांगीतिक प्रस्तुति होगी, जबकि 30 जून को विक्रमोत्सव एवं अभियान का समापन समारोह होगा।
—————
(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल