
उज्जैन के अलकापुरी में निर्माणाधीन मकान की चौकीदारी करता था मृतक विशाल मालवीय, परिजनों ने पुलिस पर लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप
उज्जैन,12 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के अलकापुरी क्षेत्र में निर्माणाधीन मकान पर चौकीदारी करने वाले एक युवक ने मानसिक तनाव में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि महिला थाना पुलिस द्वारा बार-बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने से युवक मानसिक रूप से परेशान था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया।
जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान 22 वर्षीय विशाल मालवीय के रूप में हुई है। वह मूल रूप से आगर जिले के बड़ोद का निवासी था और उज्जैन में अपने परिवार के साथ रह रहा था। परिवार अलकापुरी स्थित अमित पांड्या के निर्माणाधीन मकान पर चौकीदारी और मजदूरी का कार्य करता था। विशाल भी अपने पिता लालू मालवीय के साथ वहीं रहता था और रोजमर्रा का काम करके परिवार का सहयोग करता था।
घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, उस शाम विशाल ने शराब में जहरीला पदार्थ मिलाकर सेवन कर लिया। जब उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी, तो उसने खुद ही अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी। घबराए परिजन तुरंत उसे चरक अस्पताल लेकर पहुँचे। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई और इलाज शुरू किया, लेकिन देर रात उपचार के दौरान विशाल की मौत हो गई। सूचना मिलते ही माधवनगर थाना पुलिस मौके पर पहुँची और मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू की। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों के बयान दर्ज किए हैं।
पिता ने महिला थाना पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
बुधवार सुबह मृतक के पिता लालू मालवीय ने मीडिया से बातचीत में बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को आगर जिले के महिला थाने की पुलिस बार-बार पूछताछ के लिए बुला रही थी, जिससे वह मानसिक रूप से टूट चुका था। लालू ने बताया कि विशाल की शादी वर्ष 2020 में जस्सू बाई नामक युवती से हुई थी। दोनों करीब दो साल तक साथ रहे, लेकिन आपसी विवाद के चलते जस्सू बाई मायके चली गई। इसके बाद दोनों के बीच तलाक का मामला न्यायालय में विचाराधीन था। पिता के अनुसार, जस्सू बाई ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके चलते पुलिस विशाल को बार-बार थाने बुलाकर पूछताछ करती थी।
लालू मालवीय ने कहा, “पुलिस के बार-बार बुलावे और पूछताछ से मेरा बेटा बहुत तनाव में आ गया था। वह कहता था कि अब और बर्दाश्त नहीं होगा। अदालत में 22 नवंबर को तलाक का फैसला होना था, लेकिन उससे पहले ही वह सब कुछ खत्म कर गया।” परिवार का आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान युवक पर दबाव बनाया और उसी मानसिक तनाव के चलते उसने आत्मघाती कदम उठाया।
पुलिस ने शुरू की जांच, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
माधवनगर थाना पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद मर्ग दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। फिलहाल परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं और महिला थाना से संबंधित विवरण भी मांगा गया है। अधिकारियों का कहना है कि यदि पूछताछ के दौरान किसी प्रकार के दबाव या अनुचित व्यवहार की पुष्टि होती है, तो जांच में सभी तथ्यों को शामिल किया जाएगा।
घटना के बाद अलकापुरी क्षेत्र में शोक का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विशाल शांत स्वभाव का युवक था और परिवार की जिम्मेदारी निभा रहा था। उसका इस तरह अचानक आत्मघाती कदम उठाना सभी को चौंका गया। वहीं, इस घटना ने एक बार फिर थानों में पूछताछ के दौरान मानसिक दबाव और पुलिस व्यवहार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पारिवारिक विवादों के मामलों में पुलिस को अधिक संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाना चाहिए ताकि युवक-युवतियों को अवसाद की ओर न धकेला जाए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवक ने जहर किन परिस्थितियों में खाया और क्या वास्तव में पुलिस पूछताछ ही उसकी आत्महत्या की वजह थी।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल