
जयपुर, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । संभागीय आयुक्त ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद मंगलवार को पहली बार निगम मुख्यालय पहुंच कर अधिकारियों की बैठक ली। आयुक्त ने निगम अधिकारियों से कहा कि आमजन को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि अब जनप्रतिनिधि नहीं है तो उनके काम नहीं हो रहे है। ऐसे में अधिकारियों की जिम्मेदारी अब ज्यादा बढ़ गई है कि जनता में अधिकारियों के प्रति विश्वास बना रहे है। आमजन से जुड़े काम पहले से भी बेहत्तर तरीके से हो ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
बैठक में निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी, जोन उपायुक्त और इंजीनियर सेवा सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे। संभागीय आयुक्त पूनम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि काम पहले ही भांति यथावत चलते रहने चाहिए। सफाई व्यवस्था को मजबूत करने के साथ आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। आमजन की शिकायतों का तत्काल निस्तारण होना चाहिए। प्रशासक पूनम ने सर्वप्रथम सभी अधिकारियों से परिचय लिया। इस अवसर पर नगर निगम जयपुर आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने प्रशासक पूनम को निगम की कार्यप्रणाली से अवगत कराया। इस दौरान नगर निगम के दोनों अतिरिक्त आयुक्त, वित्तीय सलाहकार सहित सभी जोन उपायुक्त एवं अन्य अधिकारी, अधिशासी अभियंता मौजूद रहे।
प्रशासक पूनम ने सभी अधिकारियों को कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को मोटिवेट कर कहा कि सभी अधिकारी पूरी ऊर्जा एवं आपसी समन्वय से काम करें जिससे आमजन में भी विश्वास कायम हो सके तथा धरातल पर कार्यों का क्रियान्वयन शीघ्रता से किया जा सके। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त ने कहा कि कार्यों की दिन-प्रतिदिन मॉनिटरिंग भी की जाएगी। आगामी दिनों में आयोजित होने वाले खेलो इंडिया, प्रवासी राजस्थानी दिवस के संबंध में सभी तैयारियां पूरी करने एवं अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। आगामी दिवसों में आयोजित होने वाले इन आयोजनों से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसलिए शहर के सौंदर्य को संवारा जाना चाहिए तथा सभी पर्यटन स्थलों की साफ-सफाई पर विशेष बल देकर कार्य किया जाए। सड़कों पर आश्रयहीन पशु न घूमें, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
नगर निगम जयपुर आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आगामी आयोजनों के संबंध में मिशन मोड पर रहकर शहर की सफाई व्यवस्था एवं सौंदर्य को सुव्यवस्थित किया जाना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जो भी साइन बोर्ड टूटे हुए हैं, उन्हें ठीक किया जाए। सभी शाखाएं आपस में समन्वय से कार्य करें। शहर को बदरंग करने वाले अवैध होर्डिंग-बैनर-पोस्टर को हटाया जाए।
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(Udaipur Kiran) / राजेश