
हनुमानगढ़, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारत के कानून एवं न्याय मंत्री तथा केन्द्रीय संस्कृति एवम् संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने सभी को सत्य, प्रेम और मानवता का पाठ पढाया तथा जात-पात, ऊंच-नीच के भेद को नकारते हुए सभी को एक समान माना। मेघवाल ने आमजन से आह्वान किया कि गुरू नानक देव जी के बताए हुए मार्ग को अपनाकर लोगों की सेवा व मानव उत्थान के लिए कार्य करें।
कानून मंत्री मेघवाल सूरतगढ़ रोड़ स्थित खुशाल दास विश्वविद्यालय में गुरु गोबिंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गुरु नानक देव जी के 556 वें प्रकाशोत्सव को समर्पित महान गुरमत समागम एवं विशाल सिक्ख ऐतिहासिक प्रदर्शनी के उपलक्ष्य में आयोजित समागम में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने ‘इक ओंकार सतनाम अर्थात् एक ईश्वर, एक सत्य’ का पांच सौ वर्ष पहले संदेश दिया था, वह आज भी समाज के लिए अमृत के समान है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने लंगर के माध्यम से समानता और मानवता का सबसे बड़ा उदाहरण पेश किया। उनका मानना था कि ईमानदारी से मेहनत करो और कमाया हुआ धन दूसरो के साथ बांटो क्योंकि मनुष्य की सेवा करना ही सच्चा धर्म है। कार्यक्रम के तीसरे दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु विश्वविद्यालय प्रांगण में पहुंचे।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और अतिथियों ने समागम में गुरुवाणी सुनी, दरबार में शीश नवाया और लंगर छका। गुरु गोबिंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबू लाल जुनेजा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी, इक़बाल सिंह लालपुरा, हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण लाल मिढ़ा ने भी विचार रखे।
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(Udaipur Kiran) / राजीव