
दूध उत्पादकों को होगा फायदा, जोधपुर के प्लांट का भी होगा विस्तार
जोधपुर, 7 नवंंबर (Udaipur Kiran) । पशुपालन, गोपालन, डेयरी और देवस्थान विभाग के मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि डेयरी विकास को लेकर राजस्थान सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। राज्य सरकार ने डेयरी सेक्टर के लिए एक हजार करोड़ रुपए का कॉपर्स फंड स्वीकृत किया है। कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने जोधपुर दौरे के दौरान सर्किट हाउस में मीडिया को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया दो दशक बाद डेयरी सेक्टर में इतना बड़ा निवेश हुआ है। इससे सहकारी डेयरियों और लाखों दुग्ध उत्पादकों को सीधा लाभ मिलेगा।
कुमावत ने बताया कि राज्य में डेयरी प्रसंस्करण क्षमता को 52 लाख लीटर से बढ़ाकर 75 लाख लीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है। अलवर, उदयपुर, बांसवाड़ा, भरतपुर और सवाईमाधोपुर में नए डेयरी प्लांट बनाए जाएंगे, जबकि सीकर, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर और कोटा के मौजूदा प्लांट्स का विस्तार और आधुनिकीकरण किया जाएगा। इसके अलावा राज्यभर में पशु आहार संयंत्रों की क्षमता 1800 से बढ़ाकर 2500 मैट्रिक टन प्रतिदिन तथा पाउडर प्लांटों की क्षमता 165 से बढ़ाकर 225 मैट्रिक टन प्रतिदिन करने की योजना भी तैयार की गई है।
जोराराम कुमावत ने स्ट्रीट डॉग और आवारा पशुओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर भी बात दी। इसके साथ ही कहा कि जो दुधारू पशु होते हैं उन्हें लोग घर में बांधते हैं। दूध देना बंद करती है तो उसे छोड़ देते हैं। बैल को उपयोगिता नहीं होती है तो उसे सडक़ पर मैला खाने के लिए लोग छोड़ देते हैं। इस तरह से मनुष्य ने गौवंश को भी परवाह नहीं करते हुए उसे सडक़ पर छोड़ रखा है, जबकि गाय हमारी माता है। उसे हमें दूध, दही, घी, छाछ सब मिलता है। उसका गोबर, गोमूत्र भी दवाई में काम आता है।
(Udaipur Kiran) / सतीश