

जयपुर, 6 नवंबर (Udaipur Kiran) । ग्रेटर और हेरिटेज निगम का कार्यकाल 9 नवम्बर को पूरा हो जाएगा। इसके बाद जयपुर में एक नगर निगम का संचालन होगा। नए निगम के प्रशासनिक ढांचे को तीन गुना मजबूत करने की तैयारी की जा रही है। इसके सभी एडमिनिस्ट्रेटिव और फाइनेंशियल पावर प्रशासक को दे दिए जाएंगे। संभागीय आयुक्त को इसमें प्रशासक लगाया गया है।
नगरीय विकास और स्थानीय निकाय विभाग से जुडे अधिकारियों के अनुसार एक नगर निगम होने पर प्रशासनिक ढांचे में भी बड़ा बदलाव किया है। इसमें एक की जगह अब तीन अतिरिक्त आयुक्त (एक आईएएस और दो आरएएस) लगाने की तैयारी है। साथ ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) के भी ऊपर एक सीनियर सीएफओ का पद सृजित करके उसे लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। नगर निगम ने प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भिजवा दिया है। इस प्रस्ताव में हेरिटेज और ग्रेटर निगम में मौजूदा पदों 14 हजार 441 में से 56 को खत्म किया गया है। जबकि इनकी जगह 118 नए स्वीकृत किए गए। दोनों निगम के एक होने और निगम का दायरा पहले से ज्यादा होने की स्थिति को देखते हुए निगम प्रशासन में वर्कलोड बढ़ जाएगा। यह देखकर सीनियर और जूनियर क्लर्क (यूडीसी और एलडीसी) के 82 पद बढ़ाए गए हैं। इसमें यूडीसी के 15 और एलडीसी के 67 पद शामिल हैं। अभी दोनों नगर निगम में 85 यूडीसी और 213 एलडीसी के पद स्वीकृत हैं।
इसके अलावा सूचना सहायक के 13 पद, हैड कॉन्स्टेबल के 12, लीडिंग फायरमैन और सीएसआई के 21-21, स्वास्थ्य निरीक्षक (एसआई) फस्र्ट के 18 और एसआई सैकंड के 7 पद बढ़ाए गए हैं। नगर निगम की ओर से भिजवाए गए प्रस्ताव में अभी जोन एरिया का निर्धारण नहीं किया है। यानी हेरिटेज और ग्रेटर में जो जोन बने हैं, उनको मर्ज किया जाएगा या पहले की तरह रहेंगे। जयपुर, जोधपुर, कोटा में थे दो नगर निगम जयपुर, जोधपुर और कोटा में अभी दो-दो नगर निगम हैं। सरकार ने पिछले दिनों इन तीनों शहरों में एक नगर निगम करते हुए प्रशासनिक ढांचे (कितने अधिकारी कहां और किस-किस पद पर लगेंगे) का नया प्रारूप तैयार करके प्रस्ताव भिजवाने के आदेश दिए थे।
—————
(Udaipur Kiran) / राजेश