
—हवा में धुएं और धूल के कण की मात्रा भी बढ़ी,शाम 6 बजे यह स्तर 169 रहा
वाराणसी, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी की आबोहवा दीपावली की आतिशबाज़ी से अब तक पूरी तरह सुधर नहीं पाई थी कि लोक आस्था के महापर्व डाला छठ पर फिर से पटाखों की गूंज ने प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया। दो दिनों से शहर के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता लगातार ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की जा रही है। रविवार को शाम 6 बजे यह स्तर 169 रहा।
पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे न्यूनतम एक्यूआई 149 (शाम 4:04 बजे) और अधिकतम 241 (रात 11:05 बजे) दर्ज किया गया। इस ट्रेंड से स्पष्ट है कि दिन के मुकाबले शाम और रात के समय वायु प्रदूषण का स्तर अधिक बढ़ा। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य क्षेत्रीय कार्यालय, वाराणसी ने रविवार को बताया कि शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) की सतत निगरानी के लिए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), दिल्ली द्वारा चार स्थानों पर ऑनलाइन कंटीन्युअस एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए गए हैं। सामान्य दिनों में इन सभी स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से नीचे रहता है, जो “संतोषजनक” श्रेणी को दर्शाता है। हालांकि दीपावली और उसके बाद छठ पर्व पर हुई आतिशबाज़ी, तापमान में गिरावट और हवा की रफ्तार कम होने से धूल और धुएं के कण वातावरण में अधिक देर तक तैरते रहे। परिणामस्वरूप, शहर की हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। शीतऋतु के दौरान परिवेशीय वातावरण के तापक्रम में कमी होने पर हालत में सुधार होंगे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी