HimachalPradesh

ब्यास नदी में छोड़े गए पांच हजार महाशीर मछली बीज रिवर रैंचिंग कार्यक्रम के तहत मत्स्य विभाग मंडी की पहल

ब्यास नदी में महाशीर मछली बीज डालते हुए।

मंडी, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मत्स्य पालन विभाग, हिमाचल प्रदेश के मत्स्य मंडल मंडी द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत नदीय मत्स्य पालन कार्यक्रम (रिवर रैंचिंग कार्यक्रम) के तहत शनिवार को औट बाजार के समीप व्यास नदी में 5,000 महाशीर मछली बीज छोड़े गए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नदीय मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ावा देना और मत्स्य व्यवसाय से जुड़े मत्स्यकारों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करना है।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत औट के उपप्रधान श्याम लाल बैद्य, ट्राउट अंग्लिंग एसोसिएशन के सदस्य नितिन, सहायक निदेशक मत्स्य मंडल मंडी नीतू सिंह, महाशीर मत्स्य फार्म मछयाल के मत्स्य उपनिरीक्षक मुकेश कुमार, मत्स्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे। मछली बीज का संचयन विभागीय महाशीर मत्स्य फार्म मछयाल में किया गया था। इन महाशीर मछलियों को व्यास नदी में पुनः स्थापित करने का उद्देश्य पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना, मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाना और जैव विविधता का संरक्षण करना है।

मत्स्य मंडल मंडी की सहायक निदेशक नीतू सिंह ने बताया कि रिवर रैंचिंग कार्यक्रम न केवल पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में सहायक है, बल्कि यह मत्स्य व्यवसाय को सुदृढ़ बनाने और स्थानीय मत्स्यकारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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