Chhattisgarh

धमतरी : उच्च जोखिम श्रेणी की 55 गर्भवती महिलाओं का हुआ चिन्हांकन

जिला अस्पताल के टीकाकरण कक्ष में गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य जांच कराते हुए।

धमतरी, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले में उच्च जोखिम श्रेणी में आने वाली गर्भवती महिलाओं का समुचित उपचार के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 24 अक्टूबर को जिला अस्पताल के महिला वार्ड एवं टीकाकरण कक्ष में गर्भवती महिलाओं का निशुल्क स्वास्थ्य जांच कर उचित परामर्श दिया गया। इस दौरान 16 गर्भवती महिलाओं ने स्वास्थ्य जांच कराई। जिसमें दो गर्भवती महिलाओं को उच्च जोखिम श्रेणी के लिए चिन्हांकित किया गया। सितंबर और अक्टूबर दो महीने में उच्च जोखिम श्रेणी में कुल 55 गर्भवती महिलाएं चिन्हांकित की गई हैं।

केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नौ जून 2016 से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान सभी गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जांच सुनिश्चित कर और प्रसव पूर्व देखभाल को लेकर गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करना है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित कर उचित उपचार का प्रबंधन करके मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करना है। इसी कड़ी में जिला अस्पताल में 24 जून से पीएमएसएमए दिवस के रूप मनाया जा रहा। हर महीने के नौ और 24 तारीख को जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डाक्टरों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। जहां गर्भवती महिलाओं का बीपी, शुगर, थायराइड आदि महत्वपूर्ण जांच कर उच्च जोखिम श्रेणी की गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित किया जा रहा है। जिला अस्पताल से मिली जानकारी अनुसार पीएमएसएमए दिवस के तहत 24 जून से 24 अक्टूबर तक 355 गर्भवती महिलाएं उपचार के लिए यहां पहुंची है। जिसमें उच्च जोखिम श्रेणी में 82 गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित किया गया है। जिसके बेहतर स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।

मालूम हो कि जिला अस्पताल में पीएमएसएमए दिवस के दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डा तोमेश श्रीमाली और डा रागिनी ठाकुर एवं आयुष विंग के डाक्टरों के द्वारा गर्भवती महिलाओं का गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य जांच कर उचित परामर्श दिया जा रहा है। इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके तहत मदर पिकनिक डे के रूप में प्रसव कक्ष में घुमाया जा रहा है। ताकि वे वहां के माहौल से अवगत होकर मानसिक रूप से प्रसव के लिए तैयार हो सके। छत्तीसगढ़ के रजत जयंती के अवसर पर जिला अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 24, 25 और 26 सितंबर को तीन दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया। जिसमें तीन दिनों में 86 गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें उच्च जोखिम श्रेणी में 21 गर्भवती महिलाएं चिन्हांकित की गई है। वहीं इस महीने के नौ अक्टूबर को 67 गर्भवती महिलाओं का जांच किया गया। जिसमें उच्च जोखिम श्रेणी में 32 गर्भवती महिलाएं चिन्हांकित की गई है।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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