
नवादा, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । बिहार में नवादा जिले के कौवाकोल थाने के रुस्तमपुर गांव में 22 अप्रैल 2014 को तारा देवी तथा उनके बड़े पुत्र गोपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के मामले में पुलिस ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के अमरोहा से 11 वर्षों बाद हत्यारे वीरेंद्र मंडल तथा विजय मंडल को गिरफ्तार कर लिया है।
इस हत्याकांड में नौ अभियुक्त बनाए गए थे। सात अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया था ।दो लोगों की जब 11 वर्षों बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई तो न्यायालय ने लाल वारंट जारी करते हुए पुलिस को जल्द गिरफ्तार करने की सख्त हिदायत दी थी। पुलिस ने बताया कि कौवाकोल थाने के रुस्तमपुर गांव के रामायण सिंह ने दर्ज प्राथमिक में कहा था कि उनके साथ मोटरसाइकिल से उनकी मां तारा देवी तथा बड़ा भाई गोपाल सिंह शादी का सामान खरीद कर गांव लौट रहे थे। इसी बीच रास्ते में करमाटांड़ गांव के पास घात लगाकर बैठे इन सभी अपराधियों ने गोली मारकर उनकी मां और बड़े भाई की हत्या कर दी थी। भारी मशक्कत के बाद सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया था ।
दो अपराधी अभी फरार चल रहे थे ।जिसे न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने 11 वर्षों बाद गिरफ्तार कर लिया है।गिरफ्तारी के लिए बिहार के पुलिस महानिदेशक ने कई बार नवादा एसपी को आदेश जारी किया था। बावजूद पुलिस की पकड़ से बाहर हत्यारे उत्तर प्रदेश में रहकर व्यवसाय चला रहे थे। पुलिस ने 11 वर्षों बाद इन दो अवतारों को गिरफ्तार कर एक बड़ा काम किया है जो हत्या के शिकार परिवार को बराबर हत्या की धमकी दिया करता था।
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(Udaipur Kiran) / संजय कुमार सुमन
