
हुगली, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । हुगली ज़िले के श्रीरामपुर से तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने मंगलवार को एसएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में नोया (शादीशुदा महिलाओं के हाथ में पहना जाने वाला लोहे का कड़ा) को लेकर हुए विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने दावा किया कि जिस युवती को परीक्षा केंद्र पर नोया उतारने के लिए कहा गया था, उसने शुरुआत में परीक्षा देने से मना कर दिया और केंद्र से बाहर चली गई थी, लेकिन बाद में वापस लौटकर परीक्षा दी।
दरअसल रविवार को एसएससी की कक्षा 11-12 के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा थी। केंद्र था कालना का हिंदू गर्ल्स हाई स्कूल। चेकिंग के दौरान युवती से कहा गया कि वह नोया उतार दें, क्योंकि परीक्षा हॉल में धातु की कोई वस्तु ले जाना नियमों के खिलाफ है। युवती ने मना कर दिया और कहा कि हाल ही में उसकी शादी हुई है, इसलिए वह किसी भी हाल में नोया नहीं उतारेगी। इसके बाद वह परीक्षा केंद्र छोड़कर चली गईं। घटना सामने आते ही यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई।
मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सांसद कल्याण बनर्जी ने लिखा, “मनीषा सिकदार, रोल नंबर 122252903057, की सीट 1400 नंबर केंद्र में थी। चेकिंग के समय उनके हाथ में धातु का कड़ा होने से मेटल डिटेक्टर बज उठा। पहले वह केंद्र से बाहर निकल गईं, लेकिन बाद में खुद लौटकर परीक्षा दी।”
सांसद का कहना है कि इस मुद्दे को “योजनाबद्ध तरीके से तोड़-मरोड़कर” पेश किया गया और सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
