Haryana

गुरुग्राम: यूनाइटेड नेशन का वर्ष 2030 तक एचआईवी/एड्स रोकने का लक्ष्य: डॉ. उजिता बाल्यान

गुरुग्राम में राज्यव्यापी एचआईवी/एड्स जागरुकता कार्यक्रम से पूर्व मीडिया कार्यशाला में जानकारी देते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी।

-गुरुग्राम से शुरू होगा राज्यव्यापी एचआईवी/एड्स जागरूकता अभियान

-स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव मंगलवार को करेंगी शुभारंभ

-हरियाणा में इस समय करीब 39000 एचआईवी मरीजों का हो रहा है उपचार

गुरुग्राम, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर राज्यभर में एचआईवी/एड्स जागरुकता अभियान शुरू करने की घोषणा की है। यह अभियान 12 अगस्त मंगलवार से गुरुग्राम में आरंभ होगा, जिसका शुभारंभ हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव करेंगी। इसके तहत सोमवार को गुरुग्राम में एक मीडिया कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें एचआईवी की रोकथाम, उपचार, कानूनी अधिकारों और भेदभाव-निरोधी प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी साझा की गई।

कार्यशाला में उपनिदेशक डॉ. उजिता बाल्यान ने पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से एचआईवी की रोकथाम, उपचार प्रक्रियाओं, कानूनी संरक्षण और भेदभाव-रोधी प्रावधानों पर विस्तार से प्रकाश डाला। सिविल सर्जन गुरुग्राम डॉ. अलका सिंह ने चंडीगढ़ से आए अधिकारियों का स्वागत किया। डॉ. उजिता बाल्यान ने कहा कि यूनाइटेड नेशन का वर्ष 2030 तक एड्स पर नियंत्रण पाने का लक्ष्य है। इसमें हम सबकी भागीदारी भी अहम है। बैठक में एचआईवी और एड्स (रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम, 2017 के प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसमें रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा और सार्वजनिक स्थानों पर भेदभाव को प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही घृणास्पद भाषण, हिंसा, अपमानजनक विज्ञापन और जबरन एचआईवी टेस्ट कराना दंडनीय अपराध है। राज्य में वर्तमान में 104 आईसीटीसीएस, 22 एआरटी केंद्र, 43 लक्षित हस्तक्षेप परियोजनाएं, 12 ओएसटी केंद्र, 3 सैटेलाइट सेंटर और 31 सुरक्षात्मक क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। जेलों में भी एचआईवी, टीबी और हेपेटाइटिस की नि:शुल्क जांच और उपचार उपलब्ध है।

उपनिदेशक डॉ. उजिता बाल्यान ने आर्ट (एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी) के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि यह दवा वायरस को कमजोर कर उसकी वृद्धि रोकती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और बीमारी फैलने का खतरा कम होता है। यह दवा नजदीकी एआरटी केंद्रों पर मुफ्त उपलब्ध है और इसे रोजाना समय पर लेना जरूरी है। उन्होंने बताया कि एचआईवी/एड्स से संबंधित किसी भी जानकारी, मार्गदर्शन या सहायता के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर-1097 पर संपर्क किया जा सकता है, जहां प्रशिक्षित परामर्शदाता गोपनीयता के साथ आवश्यक सहयोग और जानकारी प्रदान करते हैं। डिप्टी सिविल सर्जन गुरुग्राम डॉ. केशव शर्मा ने कहा कि गुरुग्राम में एचआईवी ग्रसित 24 गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई है। उनके बच्चों में इस बीमारी के लक्षण नहीं आए। पूरे समय स्वास्थ्य विभाग की नजर उन पर रही और परिणाम सकारात्मक निकले। उन्होंने कहा कि समय-समय पर मां-बच्चों के सभी टेस्ट कराए गए।

(Udaipur Kiran)

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