
शिमला, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । शिमला के प्रतिष्ठित बोर्डिंग बिशप कॉटन स्कूल (बीसीएस) से छटी कक्षा के तीन छात्रों की किडनैपिंग की घटना के बाद अब स्कूल प्रबंधन ने सुरक्षा मानकों को और सख्त करने का निर्णय लिया है। सोमवार को शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा और स्कूल प्रबंधन ने संयुक्त पत्रकार वार्ता कर बताया कि अब बच्चों को स्कूल से बाहर शहर में या अन्य स्थानों पर भेजने के नियमों में कड़ा बदलाव होगा। छात्र बिना निगरानी के आउटिंग पर नहीं भेजे जाएंगे।
बीसीएस स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि भले ही शिमला सुरक्षित जगह है, लेकिन इस घटना के बाद प्रबंधन ने तय किया है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार किया जाएगा। अब बच्चों को स्कूल से बाहर किसी भी कार्यक्रम या घूमने के लिए भेजते समय उनके साथ जिम्मेदार निगरानीकर्ता मौजूद रहेंगे।
विधायक हरीश जनारथा, जो खुद इसी स्कूल के पूर्व छात्र हैं, ने बताया कि पहले छठी कक्षा से ऊपर के बच्चों को ग्रुप में बिना किसी अध्यापक के आउटिंग पर भेजा जाता था, लेकिन इस घटना ने साफ कर दिया है कि नियम बदलने जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने इस पर मीटिंग कर नियमों में बदलाव करने का फैसला लिया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
बता दें कि ये स्कूल राजधानी शिमला में एशिया के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूलों में शुमार है। यह नामी निजी स्कूल वर्ष 1859 में स्थापित हुआ था और यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों में देश-विदेश के कई उद्योगपति, अधिकारी और राजनेता शामिल रहे हैं। यहां वर्तमान में भी ज्यादातर छात्र बाहरी राज्यों से आते हैं और संपन्न परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
24 घंटे में दबोचा अपहरणकर्ता, निकला इसी स्कूल का पूर्व छात्र
रक्षाबंधन के दिन बीते शनिवार को लापता हुए तीन छात्रों को शिमला पुलिस ने 24 घंटे में ढूंढ निकाला और सुरक्षित स्कूल पहुंचाया। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसकी पहचान सुमित सूद के रूप में हुई है। एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि आरोपी खुद कभी बीसीएस का छात्र रह चुका है।
पुलिस जांच में सामने आया कि व्यापार में भारी घाटे और वित्तीय संकट से जूझ रहे आरोपी ने पैसों के लिए इस वारदात की साजिश रची थी। घटना वाले दिन तीनों छात्र आउटिंग पर थे। इसी दौरान आरोपी ने स्कूल के समीप उन्हें लिफ्ट देने का बहाना किया और शहर के ऑकलैंड छोड़ने का झांसा देकर कार में बैठा लिया। लेकिन उपनगर संजौली के बाद कोटखाई की ओर ले जाकर पिस्तौल दिखाकर धमकाया और अपने घर ले गया।
फिरौती की मांग, हथियार और पिस्टल बरामद
एसपी संजीव गांधी ने बताया कि आरोपी के पास से एक लाइसेंसी पिस्टल, धारदार हथियार, रस्सी और टेप बरामद किए गए हैं। पिस्टल आरोपी के पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है। आरोपी ने बच्चों को बंधक बनाकर उनके परिजनों से फिरौती की मांग की थी। घटना के समय आरोपी का परिवार शिमला में मौजूद था।
पुलिस के मुताबिक आरोपी का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन वह पिछले कई दिनों से स्कूल के आसपास रेकी कर रहा था। पुलिस की मुस्तैदी और तेज कार्रवाई से बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
