
कठुआ 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिला विकास परिषद कठुआ ने शुक्रवार को आयोजित अपनी बैठक में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 7452.53 लाख रुपये के जिला पूंजीगत व्यय बजट को मंजूरी दी। स्वीकृत बजट में चल रहे कार्यों के लिए 913.62 लाख रुपये और नए विकास प्रस्तावों के लिए 6538.91 लाख रुपये शामिल हैं। पूंजीगत व्यय योजना का उद्देश्य बुनियादी ढाँचे को मजबूत करना, सेवा वितरण में सुधार करना और प्रमुख क्षेत्रों में केंद्रित निवेश के माध्यम से जिले भर में विकास को आगे बढ़ाना है।
कठुआ के उपायुक्त डॉ. राकेश मिन्हास ने परिषद को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सभी विकास कार्य गुणवत्ता मानकों का कड़ाई से पालन करते हुए समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि ग्राम सभाओं में प्रस्तावित कार्यों को विधिवत शामिल करने के बाद पूंजीगत व्यय योजना तैयार की गई है, जिससे जमीनी स्तर पर समावेश सुनिश्चित होता है। उन्होंने पिछले चार वर्षों में विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने में परिषद के सदस्यों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा निभाई गई सक्रिय भूमिका की सराहना की। जिला विकास परिषद कठुआ के अध्यक्ष कर्नल (सेवानिवृत्त) महान सिंह ने भी जिले भर में परियोजनाओं के कार्यान्वयन में सदस्यों और विभागीय टीमों के निरंतर प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डीडीसी सदस्यों से डीपीआर तैयार करने के चरण में परामर्श अवश्य लिया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि योजनाएँ वास्तविक स्थानीय आवश्यकताओं को प्रतिबिंबित करती हैं। उन्होंने सदस्यों से कार्यों के निष्पादन की निगरानी करने और उनके समय पर और गुणवत्तापूर्ण समापन सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।
उपाध्यक्ष डीडीसी रघुनंदन सिंह ने विकास के स्पष्ट परिणाम प्राप्त करने में निर्वाचित सदस्यों और अधिकारियों द्वारा दिखाए गए सहयोग और समर्पण की सराहना की। बैठक में स्थानीय आकांक्षाओं को दर्शाते हुए परिषद सदस्यों के कई सुझाव और माँगें भी सुनी गईं। डीडीसी मढ़हीन ने सामुदायिक भवन में शौचालयों के निर्माण की माँग की, जबकि डीडीसी बनी ने अपने क्षेत्र में क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों को तत्काल बदलने का आह्वान किया। डीडीसी कीरियां गंडयाल ने सड़क संपर्क में पीएमजीएसवाई द्वारा की गई प्रगति की सराहना की। डीडीसी नागरी ने अनुरोध किया कि भर्ती किए गए श्रमिकों को ईसीएच सुविधा प्रदान की जाए। डीडीसी लोहाई मल्हार ने बिजली की समस्याओं और सड़क संपर्क पर चिंता व्यक्त की और जनता की शिकायतों के समाधान के लिए ब्लॉक दिवस के आयोजन का आग्रह किया। परिषद ने संकल्प लिया कि आवंटित धनराशि का उपयोग शिक्षा, भूजल, स्वास्थ्य, आईसीडीएस, पीडीडी, आरडीडी और अन्य विभागों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में पूंजीगत परियोजनाओं के लिए किया जाएगा। यह भी संकल्प लिया गया कि जिले के रणनीतिक विकास लक्ष्यों से जुड़ी परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। जिला प्रशासन समीक्षा के लिए परिषद को तिमाही प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा और जिला कोषाध्यक्ष को स्वीकृत बजट और लागू वित्तीय नियमों के अनुसार धनराशि वितरित करने के लिए अधिकृत किया गया है। इससे पहले मुख्य योजना अधिकारी कठुआ रंजीत ठाकुर ने जिले के वर्तमान विकास परिदृश्य पर एक विस्तृत पावरपॉइंट प्रस्तुति दी। एडीडीसी कठुआ सुरिंदर मोहन, अन्य जिला एवं क्षेत्रीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
