
सतना, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । सतना के नागौद कस्बे में बुधवार सुबह नगर परिषद के कर्मचारी का शव पेड़ पर लटका मिला। सूचना के बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने शव काे नीचे उतारा। घटना के विराेध में परिजनाें ने शव काे सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। थाना प्रभारी की समझाइश के बाद लाेग माने और चक्काजाम खत्म किया। पुलिस ने शव को पाेस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार सतना जिले के नागौद निवासी सुदामा कोरी नगर परिषद के रामना ग्राउंड स्थित पार्क में ड्यूटी करते थे। सुदामा कोरी का शव बुधवार सुबह रामना ग्राउंड स्थित पार्क में पेड़ पर लटका मिला। परिजनों ने बताया कि बुधवार सुबह वह रोजाना की तरह पार्क में ड्यूटी के लिए गए, इसके बाद उनका शव पार्क में शीशम के पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका मिला। घटना के विरोध में परिजनाें ने नागौद-जसो मार्ग पर जाम लगा दिया। परिजनाें ने देवेंद्रनगर थाने में पदस्थ आरक्षक आशीष कोरी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। परिजनों ने आरक्षक आशीष कोरी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची। शव को नीचे उतारने पर मृतक के हाथ पर पन्ना जिले के देवेन्द्रनगर थाने में पदस्थ आरक्षक आशीष कोरी का नाम लिखा मिला। कर्मचारी सुदामा कोरी के हाथ पर पेन से लिखा था कि देवेन्द्रनगर के आशीष कोरी के पीछे जान दे रहा हूं, मेरे घर-परिवार को कुछ नहीं होना चाहिए।
परिजनाें का कहना है कि एक साल पहले सुदामा के पिता बाबूलाल कोरी ने भी आत्महत्या की थी। उस मामले में आरक्षक आशीष कोरी पर धारा 306 के तहत केस दर्ज हुआ था। मंगलवार को इसी मामले की गवाही के लिए आशीष नागौद आया था। परिजनों का आरोप है कि इस दौरान उसने सुदामा को फोन कर केस वापस लेने की धमकी दी थी। आरक्षक आशीष कोरी पर कार्रवाई की मांग काे लेकर चक्काजाम किया। इसके बाद टीआई अशोक पांडेय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनाें को समझाइश दी। दाेपहर 2:30 बजे आरक्षक पर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर जाम खोला गया। इस दौरान सड़क पर दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई थी। टीआई अशोक पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। परिजनों के आरोपों की तकनीकी रूप से छानबीन की जाएगी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया गया है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
