
जम्मू, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर और लद्दाख निदेशालय के लिए गर्व और गौरव का क्षण तब आया जब एनसीसी माउंट एवरेस्ट अभियान 2025 के तहत दो कैडेट्स ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) पर विजय प्राप्त की। 18 मई 2025 को जूनियर अंडर ऑफिसर आबिदा अफरीन और कैडेट मोहित कनाठिया ने एवरेस्ट शिखर पर तिरंगा फहराया, जिससे न केवल एनसीसी बल्कि पूरे देश का सिर गर्व से ऊँचा हो गया। इस अद्वितीय उपलब्धि ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के युवाओं की अदम्य साहस और दृढ़ निश्चय को दर्शाया।
इस ऐतिहासिक विजय की स्मृति में 14 जुलाई 2025 को मेजर जनरल अनुपिंदर बेवली, वीएसएम, एडीजी एनसीसी जेकेएंडएल निदेशालय की ओर से एनसीसी श्रीनगर के ग्रुप कमांडर द्वारा मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दोनों कैडेट्स को हार्दिक बधाई देते हुए कहा, यह केवल एक व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की युवा पीढ़ी की असीम क्षमताओं का प्रतीक है। यह साहसिक कारनामा देश भर के एनसीसी कैडेट्स और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। बैठक के दौरान राज्य में एनसीसी ढांचे को मजबूत करने और युवाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की गई।
यह अभूतपूर्व उपलब्धि एनसीसी की उस भावना को साकार करती है, जो युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और साहसिकता की भावना को विकसित करने के लिए प्रयासरत है विशेषकर कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों जैसे कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख। माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले इन युवाओं ने साबित कर दिया कि जज़्बा हो तो कोई ऊँचाई असंभव नहीं।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
