
जींद, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । सावन माह में शिवभक्त कांवड़ लेकर हरिद्वार की तरफ रवाना होना शुरू हो गए हैं। यात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने, कावडि़यों की सुरक्षा एवं आमजन के सुरक्षित आवागमन के लिए सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने, शिविरों के लिए उचित स्थान निर्धारित करने जैसे कार्यों की तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
एसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि पैदल कांवड़ यात्री यात्रा के लिये कांवड़ पटरी (नहर पटरी) का ही प्रयोग करें। कांवड़ यात्री अपना पहचान पत्र, डीएल, आधार कार्ड अवश्य साथ रखें। यात्री अपना वाहन निर्धारित पार्किगों में ही खड़ा करें। जेब कतरों, उठाईगिरों एवं जहरखुरानी गिरोह से सावधान रहें। वाहन में बैठे कांवड़ यात्रियों की सूची एवं यात्रा का विवरण अपने वाहन में अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि अजनबी व्यक्तियों से किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री लेकर न खाएं। कांवड़ यात्रा के दौरान अपनी कांवड़ को बीच सड़क पर न रख कर निर्धारित स्थन पर ही रखें। कांवड़ यात्रा के दौरान रात्रि विश्राम सड़क पर न कर केवल शिविरों या रैन बसेरो में ही करें।
एसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान नशीले, मादक पदार्थों का सेवन न करें। कांवड़िए अपने साथ हॉकी, बेसबाल, तलवार, नुकीले भाले, लाठी, डंडे आदि लेकर न आएं। कांवड़ यात्रा में जुगाड़ वाहनों का प्रयोग न करें। पैदल कांवड़ की ऊंचाई सात फीट एवं झांकी की ऊंचाई 10 फीट से अधिक न रखें। कांवड़ यात्री रेल की छतों पर यात्रा न करें। पुलों से छलांग लगा कर स्नान न करें, नहीं तो जान माल का नुकसान हो सकता है। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही झूठी अफवाह फैलाएं। संदिग्ध लावारिस वस्तुओं की सूचना तत्काल पुलिस को दें। हरिद्वार में धार्मिक स्थलों की मर्यादा को बनाए रखें।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
