
जयपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत आत्मनिर्भरता और रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकीय संप्रभुता की दिशा में अपने सफ़र के एक निर्णायक मोड़ पर खड़ा है। ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना की ओर देश जिस संकल्प के साथ अग्रसर है, उसमें उभरती प्रौद्योगिकियों का समावेश, सशक्त स्वदेशी नवाचार और सार्वजनिक-निजी सहभागिता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण बन गई है। इसी दिशा में, सटीक, संतुलित और प्रौद्योगिकी-सक्षम सैन्य अभियानों पर केन्द्रित ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता ने वास्तविक समय की रणनीतिक परिस्थितियों में स्वदेशी समाधानों को तैनात करने की भारत की बढ़ती क्षमता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।
सभी हितधारकों के मध्य विचारों के आदान-प्रदान और उच्च स्तरीय ज्ञान साझाकरण हेतु एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से, सप्त शक्ति कमान के अंतर्गत , सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज एवं सोसाइटी ऑफ़ इंडियन डिफेन्स मैनुफक्चरर्स के सहयोग से, 16 एवं 17 जुलाई 2025 को‘नेक्स्ट जेनरेशन कॉम्बैट: शेपिंग टुमारोज़ मिलिटरी टुडे’पर जयपुर मिलिट्री स्टेशन में एक टेक्निकल सेमिनार कम प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) ले कर्नल निखिल धवन के अनुसार दो दिवसीय इस सेमिनार में पांच विशिष्ट पैनल चर्चा सत्र होंगे, जो रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र, एआई आधारित समाधान, स्वायत्त तकनीक और महत्वपूर्ण स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास जैसे रणनीतिक स्तंभों पर केन्द्रित रहेंगे। इन सत्रों में हाल ही में हुए संघर्षों के परिणामों को आकार देने में उच्च आधुनिक तकनीक की भूमिका, भारत की वर्तमान रक्षा तकनीकी स्थिति, रक्षा में एआई की रणनीतिक भूमिका, भारत की सैन्य क्षमता को सशक्त करने में उभरती मटेरियल साइंस और राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु मिलिट्री-सिविल फ्यूजन को संस्थागत रूप देने की रणनीतिक रूपरेखा जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल होंगे।
सेमिनार के साथ-साथ, स्टार्टअप्स, एमएसएमई और प्रमुख औद्योगिक साझेदारों द्वारा विकसित उपकरणों और तकनीकों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जो देश के रक्षा नवाचार क्षेत्र में हो रही तीव्र प्रगति और उत्साह का प्रदर्शन करेगी। इन विचार-विमर्शों एवं तकनीकी प्रदर्शन का उद्देश्य सैन्य-सिविल-औद्योगिक सहयोग को गहराई देना, दीर्घकालिक नीति-निर्माण को प्रेरित करना और भारत को अगली पीढ़ी की रक्षा प्रौद्योगिकी में वैश्विक अग्रणी के रूप में स्थापित करने की दिशा में ठोस कदम उठाना है।
इस अवसर पर एक विख्यात नागरिक एजेंसी के साथ एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे। सेमिनार में 500 से अधिक सैन्य अधिकारी, गणमान्य नागरिक एवं अनुभवी पूर्व सैनिकों की उपस्थिति अपेक्षित है।
‘नेक्स्ट-जेनरेशन कॉम्बैट: शेपिंग टुमारोज़ मिलिटरी टुडे’ एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जो भविष्य के युद्धों में भारत की तकनीकी श्रेष्ठता और परिचालन वर्चस्व की दिशा में उसके मार्गको परिभाषित करेगा। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सप्त शक्ति कमान के यू ट्यूब चैनल @Southwesterncommand-IndianArmyपर भी प्रसारित किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
