Madhya Pradesh

आत्मसम्मान किसी भी व्यक्ति के जीवन की रीढ़ है; जस्टिस विधि सक्सेना

जस्टिस विधि सक्सेना का संबोधन

झाबुआ, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । आत्मसम्मान किसी भी व्यक्ति के जीवन की रीढ़ है, और अगर किसी भी प्रकार की गतिविधि उस पर आघात करती है तो उसका विरोध करना चाहिए, न कि उसे चुपचाप सहन कर लिया जाना चाहिए। उक्त विचार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश विधि सक्सेना द्वारा व्यक्त किए गए हैं। विधि सक्सेना जिला पुलिस द्वारा पुलिस लाइन झाबुआ में शनिवार को आयोजित सशक्त महिला, सशक्त झाबुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित महिलाओं को संबोधित कर रहीं थीं। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाकर झाबुआ को एक अपराध मुक्त एवं सुरक्षित जिला बनाना था।

आयोजित कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रीमती हेमलता मल्होत्रा, एसडीओपी झाबुआ श्रीमती रूपरेखा यादव, एसडीओपी पेटलावद सुश्री अनुरक्ति साबनानी, एसडीओपी थांदला, नीरज नामदेव, डीएसपी कमलेश शर्मा, डीएसपी गिरीश कुमार जेजुरकर, तथा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आई महिलाएं मौजूद थीं।

अपने संबोधन में जस्टिस विधि सक्सेना ने जहां महिलाओं को एनिमेशन आधारित प्रस्तुति के माध्यम से महिला सुरक्षा सहित महिलाओं के अधिकारों और कानूनी सहायता से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी, वहीं उन्होंने घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, पोक्सो अधिनियम 2012, दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961, बाल विवाह निषेध अधिनियम जैसे कानूनों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला, साथ ही साइबर अपराध और नए कानूनों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा चलाए जा रहे रक्षा सखी अभियान की प्रशंसा करते हुए इसे महिलाओं की सुरक्षा की दिशा में एक सराहनीय कदम बताया।

कार्यक्रम को इंदौर से आई बाल मनोवैज्ञानिक निवृति मिश्र, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमलता मल्होत्रा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया ने भी संबोधित किया।

—————

(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा

Most Popular

To Top