Uttrakhand

टीएचडीसी ने राष्ट्र निर्माण और ऊर्जा उत्कृष्टता के प्रतिबद्धता के साथ मनाया 38 वां स्थापना दिवस

ऋषिकेश, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसी) ने शनिवार को ऋषिकेश स्थित अपने कॉर्पोरेट कार्यालय में अपना 38 वां स्थापना दिवस राष्ट्र निर्माण और ऊर्जा उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ धूमधाम से मनाया। इस दौरान अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.के.विश्नोई ने स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह स्थापना दिवस न केवल उपलब्धियों का उत्सव है, बल्कि टीएचडीसीआईएल के समर्पण, एकता और राष्ट्र विकास की भावना का भी प्रतिबिंब है। सभी कार्मियों के सहयोग से इस उच्च स्तर को बनाए रखने के लिए अपने योगदान को जारी रखने की अपील की।

टीएचडीसीआईएल के ऋषिकेश स्थित रसमंजरी हॉल में बतौर मुख्य अतिथि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर.के.विश्नोई ने ध्वज का ध्वजारोण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्य अतिथि के साथ शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), भूपेंद्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी) एवं सिपन कुमार गर्ग, निदेशक(वित्त) ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलन किया।

आर.के.विश्नोई ने कहा कि यह ऐतिहासिक वर्ष है। यह अवसर न केवल 1988 में अपनी स्थापना के बाद से संगठन की शानदार यात्रा में एक और वर्ष का प्रतीक रहा,बल्कि ऐतिहासिक उपलब्धियों के वर्ष के रूप में भी चिह्नित किया। उन्होंने कहा कि टीएचडीसीआईएल की 38 वर्षों की परिवर्तनकारी यात्रा पर प्रकाश डाला और हाल ही में उत्तराखंड के टिहरी में 1000 मेगावाट के वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की पहली और दूसरी यूनिटों (प्रत्येक 250 मेगावाट) के कमीशन होने की सराहना की। जिसमें भारत की पहली वेरिएबल स्पीड टरबाइन है एवं किसी भी सीपीएसई की ओर से अपनी तरह का सबसे बड़ा पीएसपी है। ये उपलब्धियां भारत के विद्युत क्षेत्र में ग्रिड लचीलेपन, नवीकरणीय एकीकरण और ऊर्जा स्थिरता की दिशा में एक बडे कदम का प्रतीक है।

उन्होंने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 1320 मेगावाट की खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना की यूनिट-1 (660 मेगावाट) के कमीशन होने पर भी प्रकाश डाला। यह उपलब्धि टीएचडीसीआईएल के ताप विद्युत क्षेत्र में रणनीतिक विस्तार,इसके ऊर्जा पोर्टफोलियो में और विविधता लाने और देश की बढ़ती विद्युत मांगों को पूरा करने की इसकी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है। किसी भी संगठन की सफलता उसके शीर्ष प्रबंधन की दूरदृष्टि और प्रतिबद्धता में निहित होती है और इस संदर्भ में टीएचडीसीआईएल के निदेशक मंडल की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है।

इस मौके पर उत्कृष्ट प्रदर्शन, शैक्षणिक प्रदर्शन एवं आयोजित प्रतियोगिताओं के लिए विभिन्न पुरस्कारों के माध्यम से कर्मचारियों और उनके परिवारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर एक के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।

समारोह के मुख्य आकर्षण के रूप में,टीएचडीसीआईएल के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी.वी. सिंह को प्रतिष्ठित नमन पुरस्कार प्रदान किया गया, जो उनके दूरदर्शी नेतृत्व और संगठन के विकास के प्रति आजीवन समर्पण को सम्मानित करता है, जबकि नीरज वर्मा, कार्यपालक निदेशक (प्रभारी), ए.के. घिल्डियाल, कार्यपालक निदेशक (एपीपी), अजय वर्मा, मुख्य महाप्रबंधक (वीपीएचईपी), अजय कुमार गर्ग, मुख्य महाप्रबंधक (वित्त) एवं डॉ. ए.एन. त्रिपाठी, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन-प्रशासन एवं कॉर्पोरेट संचार) को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित गौरव पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर दिवस समारोह के अंतर्गत विभिन्न स्तरों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन और समर्पण के लिए विशिष्ट कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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