
– कलेक्टर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अभियान को लेकर की गूगल मीट
ग्वालियर, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । नशीले पदार्थों के गंभीर दुष्परिणामों के प्रति समाज को जागरूक करने के लिये ग्वालियर जिले में भी 15 से 30 जुलाई तक “नशे से दूरी है जरूरी” अभियान चलाया जाएगा। मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा सभी विभागों एवं सम्पूर्ण समाज की भागीदारी से इस अभियान को मूर्तरूप दिया जायेगा। अभियान की गतिविधियों को सुव्यवस्थित एवं प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के उद्देश्य से कलेक्टर रुचिका चौहान एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने शनिवार को गूगल मीट के जरिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों से चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने निर्देश दिए कि केवल कानूनी कार्रवाई ही नहीं अपितु नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों को इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले में इस अभियान को प्रभावी ढंग से मूर्तरूप देने के लिये राजस्व अनुविभाग स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में कोर कमेटी गठित की जायेगी। साथ ही हर अनुविभाग में संबंधित एसडीएम व सीएसपी/एसडीओपी मिलकर अपने क्षेत्र के लिये जन जागरूकता कार्यक्रमों का प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि स्कूल व महाविद्यालयीन स्तर पर विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिये प्रार्थना के समय नशे के दुष्परिणामों की जानकारी दिलाई जायेगी। कलेक्टर ने ग्राम सभाओं में भी नशे के दुष्परिणामों पर चर्चा कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि नशा उन्मूलन के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाली ग्राम पंचायतों को 15 अगस्त पर सम्मानित कराया जायेगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने गूगल मीट में जानकारी दी कि 15 जुलाई से 30 जुलाई तक पुलिस के तत्वावधान में आयोजित होने जा रहे “नशे से दूरी है जरूरी” अभियान की शुरूआत मीडिया के साथ चर्चा, विद्यार्थियों, एनसीसी, स्काउट-गाइड, नगर रक्षा समिति व जनप्रतिनिधियों को शामिल कर जन जागरूकता रैली के साथ होगी। अभियान के तहत नशा मुक्ति पर केन्द्रित रील्स व शॉर्ट फिल्म दिखाई जायेंगीं एवं शपथ भी दिलाई जायेगी। इसके अलावा शिक्षण संस्थाओं में व्याख्यान, चित्रकला, निबंध, पेंटिंग, स्लोगन, रंगोली व पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी। नशे के लिहाज से संवेदनशील बसाहटों में विशेष जन जागरूकता कार्यक्रम, परामर्श व चिकित्सकीय सहायता भी उपलब्ध कराई जायेगी।
इस अभियान में खिलाड़ियों, वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जायेगा। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी जन जागरूकता संदेश प्रसारित किए जायेंगे। अभियान के तहत आंगनबाड़ियों में भी कार्यक्रम होंगे। व्यवसायी, एनजीओ, सामाजिक संस्थायें भी इसमें सहभागिता करेंगी।
(Udaipur Kiran) तोमर
