परिवार पहचान पत्र और पेंशन संबंधित समस्याओं का अधिकारी प्राथमिकता से करे समाधान
समाधान शिविर में उपायुक्त ने लोगों की सुनी समस्याएं, अधिकारियों को तुंरत समाधान के दिए आवश्यक दिशा निर्देश
रोहतक, 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर के दौरान उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने बुधवार काे लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को तुंरत समाधान के निर्देश दिए। उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को कहा कि वह तय समय पर तुंरत लोगों की समस्याओं का समाधान करे, जिससे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। समाधान शिविर में सात शिकायते आई। उपायुक्त ने समाज कल्याण विभाग और क्रीड से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नागरिकों की पेंशन व परिवार पहचान पत्र से संबंधित समस्याओं का समाधान प्रथमिकता के साथ करें।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की है, जिसका लाभ लोगों को बिना किसी परेशानी से मिलना चाहिए। साथ ही उन्होंने चेताया कि अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी अपने काम के प्रति लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कारवाई की जाएगी। समाधान शिविर में नागरिकों ने परिवार पहचान, अतिक्रमण, पेयजल, बिजली, सीवरेज व अवैध कब्जे हटवाने, वृद्धावस्था पेंशन बनवाने आदि विभिन्न प्रकार की समस्याएं रखी। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं का अतिशीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, जिला राजस्व अधिकारी कनब लाकड़ा, विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, एक्सईएन तरूण गर्ग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
समाधान शिविर के दौरान स्थानीय कन्हैली रोड़ छोटूराम कॉलोनी निवासी अड़ीचंद ने उपायुक्त के समक्ष अपनी समस्या रखते हुए बताया कि उनकी बेटी आशा रानी दिव्यांग है। उन्होंने अपनी बेटी के लिए सभी जरूरी दस्तावेज देकर समाज कल्याण विभाग से दिव्यांगता पेंशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन बेटी की दिव्यांगता की जगह लाडली पेंशन बना दी गई। इस पर उन्होंने विभाग से कई बार संपर्क कर अपनी बेटी की लाडली की जगह दिव्यांगता पेंशन बनाने का गुहार लगाई, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का हल नहीं हो पाया है। इस पर उपायुक्त ने शिकायतकत्र्ता को आश्वासन दिया कि वे स्वयं इस समस्या का हल करवाने के लिए चंड़ीगढ़ मुख्यालय पर बात करेंगे और जल्द ही उनकी बेटी की दिव्यांगता पेंशन बनवा दी जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / अनिल