कोलकाता, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के नगर पालिका नौकरी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने अब भाजपा के रानाघाट उत्तर-पश्चिम सीट से विधायक पार्थसारथी चटर्जी को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। सूत्रों के अनुसार, नदिया जिले से विधायक चटर्जी को शुक्रवार को कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
चटर्जी से संपर्क करने के कई प्रयास विफल रहे क्योंकि उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि नदिया जिले का रानाघाट नगरपालिका उन शहरी निकायों में से एक है, जिन पर सीबीआई भर्ती में अनियमितताओं के लिए जांच कर रही है। इनमें से कई नियुक्तियां उस समय की गई थीं, जब चटर्जी का नगर पालिका पर नियंत्रण था। ऐसे में सीबीआई ने उनसे पूछताछ की आवश्यकता महसूस की है।
सूत्रों के अनुसार, 2014 से इन भर्तियों में अनियमितताएं होने की संभावना है। अक्टूबर में, सीबीआई ने रानाघाट नगर पालिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से भी निजाम पैलेस कार्यालय में पूछताछ की थी। यह पूछताछ उन साक्ष्यों पर आधारित थी, जो सीबीआई ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता के संदर्भ में जुटाए थे। इनमें भारी नकद भुगतान लेकर अवैध भर्तियों का खुलासा हुआ, जिनमें ड्राइवर, हेल्पर, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सफाई सहायक पदों के लिए नियुक्तियां की गईं।
इससे पहले, सीबीआई ने अन्य तीन नगर पालिकाओं- हलीशहर, कमरहटी, उत्तरी दमदम और दक्षिणी दमदम, जो सभी उत्तर 24 परगना जिले में हैं, में भी इसी अवधि के दौरान ऐसी भर्तियों का खुलासा किया था।
इस वर्ष जुलाई में, सीबीआई ने दावा किया था कि 2014 से पश्चिम बंगाल की 15 नगर पालिकाओं में 1,814 अवैध भर्तियों में करीब 200 करोड़ रुपये का गबन हुआ है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने यह भी कहा कि निजी प्रमोटर अयन सिल और उसके सहयोगियों ने इस अवैध कमाई में मुख्य भूमिका निभाई थी। इन सभी भर्तियों को आउटसोर्सिंग एजेंसी एबीएस इंफोज़ोन प्राइवेट लिमिटेड, जो सिल के स्वामित्व में है, के माध्यम से किया गया था।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर