जम्मू, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज फॉर विमेन कठुआ के इंस्टीट्यूशंस इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के सहयोग से वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान विभाग ने कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सवी बहल के संरक्षण में बॉटनिकल गार्डन, जूलॉजिकल पार्क और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी लैब की खोज के लिए जम्मू विश्वविद्यालय का एक शैक्षिक दौरा आयोजित किया। बीएससी सेमेस्टर 5 (एनईपी) के पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में आयोजित इस शैक्षिक यात्रा ने छात्रों को व्यावहारिक शिक्षा और प्राकृतिक सेटिंग में विविध पौधों और जानवरों की प्रजातियों की खोज करने का अवसर प्रदान किया।
बताते चलें कि जेयू में यह बॉटनिकल गार्डन अपनी समृद्ध जैव विविधता और देशी और विदेशी पौधों की प्रजातियों की सरणी के लिए जाना जाता है। यह छात्रों के लिए वनस्पति विज्ञान और पारिस्थितिकी की गहरी समझ हासिल करने के लिए एक आदर्श सेटिंग के रूप में कार्य करता है। वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रमुख और प्रोफेसर डॉ. सुशील वर्मा के नेतृत्व में समूह को विभिन्न पौधों के परिवारों, उनके औषधीय मूल्यों, पारिस्थितिक भूमिकाओं और अनुकूलन से परिचित कराया गया। छात्रों को विशेष रूप से अनोखे पौधों, औषधीय पौधों और दुर्लभ प्रजातियों ने आकर्षित किया।
यात्रा के दौरान क्यूरेटर ने पौधों के वर्गीकरण, संरक्षण तकनीकों और जैव विविधता को संरक्षित करने के महत्व पर एक जानकारीपूर्ण सत्र की पेशकश की। वहीं छात्रों को प्रश्न पूछने और स्थिरता और संरक्षण पर चर्चा में भाग लेने का अवसर मिला। फिर छात्र प्राणी विज्ञान विभाग के संग्रहालय के दौरे पर गए जहाँ उन्होंने संरक्षित कशेरुकी और अकशेरुकी नमूने देखे। छात्र व्हेल की कशेरुकाओं, ऊंट, तेंदुए आदि के कंकाल, मानव भ्रूण, कुछ दुर्लभ और विलुप्त पक्षियों, स्तनधारियों, सरीसृपों, उभयचरों और मछलियों के अच्छी तरह से संरक्षित नमूनों के अद्भुत संग्रह को देखकर उत्साहित थे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा