धर्मशाला, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिला फुटबॉल ऐसोसिएशन कांगड़ा ने हिमाचल प्रदेश फॅुटबाल संघ एचपीएफए के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए संघ में हो रहे उल्लघंनों को लेकर कई सवाल उठाए हैं। संघ में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ एआईएफएफ की ओर से निलंबित किए गए पूर्व महासचिव को पद से हटाए बिना ही काम चलाया जा रहा है।
एआईएफएफ की ओर से फुटबॉल संघ की किसी भी गतिविधि में भाग लेने से निलंबित किया गया है, बावजूद इसके उक्त पूर्व पदाधिकारी की ओर से ही कार्यों का संचालन किया जा रहा है। जिला संघ ने इस संबंध में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ व प्रदेश सरकार को भी लिखित ज्ञापन भेजा है, जिसमें उचित कार्रवाई किए जाने की मांग जोरों-शोरों से उठाई है।
कांगड़ा फुटबॉल संघ के अध्यक्ष राकेश चैहान व महासचिव विजय शमशेर भंडारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि गंभीर मामले में कार्रवाई करते हुए एआईएफएफ की ओर से निलंबन के बावजूद उक्त पूर्व पदाधिकारी वित्तिय लेनदेन संभाल रहे हैं। इतना ही नहीं निलंबन के बाद रिक्त हुए पद को संघ के सैवधांनिक आधार पर भरा जाना चाहिए था, लेकिन अब तक उक्त को लेकर भी कोई कार्यवाही संघ की ओर से नहीं की गई है। इसके साथ ही जिला फुटबॉल संघों व संबंधित हितधारकों के साथ संघ की ओर से कोई भी बैठक का आयोजन ही नहीं किया जा रहा है, जबकि तानाशाही तरीके से खेल संघ को कुछेक लोगों की जागीर समझकर चलाया जा रहा है। राज्य संघ में मात्र अध्यक्ष, महासचिव व कोषाध्यक्ष के अलावा दूसरे वर्ष में पहुंचने पर भी कोई भी कार्यकारी निकाय का गठन ही नहीं किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत में कहा है कि पूर्व के चुनाव किसी भी पूर्व सूचना के ही करवाए गए हैं, ऐसे में चुनाव की प्रादर्शिता पर भी सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल फुटबॉल संघ में निलंबित पूर्व पदाधिकारी की ओर से अवैध कार्य किए जा रहे हैं, जिन्हें कतई भी बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने एआईएफएफ को जल्द से जल्द उचित कार्यवाही किए जाने के लिए पत्र लिखा है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया