
उज्जैन, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ-2028 के दौरान होनेवाली पंचक्रोशी यात्रा के प्रारंभ से समापन तक यात्रा में शामिल यात्रियों को करीब 13 एमएलडी पानी लगेगा। यात्रियों को स्वच्छ जल प्रदाय करने तथा अपशिष्ट जल का निस्तारण करने के लिए पीएचई को योजना बनाना है। यात्रा मार्ग के प्रत्येक पढ़ाव और ग्राम पंचायतों में ट्यूबवेल लगाए जाएंगे।
यह निर्देश पीएचई के प्रमुख सचिव पी.नरहरि ने शुक्रवार को दिए। प्रशासनिक संकुल में आयोजित जल मिशन की संभागीय समीक्षा बैठक में उन्होने कहाकि सिंहस्थ पूर्व सजल और शीतल विश्राम गृह बनाए जाना प्रस्तावित है। उन्होने जल जीवन मिशन अंतगर्त संभाग के सभी जिलों में घरेलू नल कनेक्शन की जानकारी ली और कहाकि जो कनेक्शन दे दिए गए है,उनके हितग्राहियों के साथ फोटो और वीडियो जारी करें। कहीं भी आबादी क्षेत्र व मजरा टोला बसाहट क्षेत्र नल कनेक्शन से न छूटे। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाएं।
उपस्थित अधिकारियों ने 19 नवंबर की स्थिति में हर घर जल घोषित ग्राम की जिलावार जानकारी दी। प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि जो ग्राम शेष रह गए है, उन्हें तेज गति से पूर्ण किया जाए। जहां कही भी नल कनेक्शन से संबंधित कोई समस्या आ रही हो तो उसका शीघ्र निराकरण किया जाए। शासकीय विद्यालयों और आंगनवाडी केंद्रों में शुद्ध पेयजल नियमित रुप से प्रदाय होता रहे,इसके लिए समय-समय पर नल कनेक्शन का संधारण करें।
बैठक में पीएचई,भोपाल के प्रमुख अभियंता संजय अग्रवाल, मुख्य अभियंता इंदौर संजय कुमार, अपर आयुक्त उज्जैन संभाग रत्नाकर झा, जल जीवन मिशन के जीएम जी. एस. उपाध्याय, कार्यपालन यंत्री पीएचई के. के. खत्री, जल निगम के जीएम एम. के. मुदगल, संभाग के जिलों के जिला पंचायत सीईओ आदि उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल